भारतीय किसान संघ का तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन गणपति पूजन के साथ हुआ शुरु
भारतीय किसान संघ का तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन गणपति पूजन के साथ हुआ शुरु
• आत्मनिर्भर किसान ही खोल सकता है भारत की समृद्धि के द्वार
• त्रिवार्षिक प्रांतीय चुनाव आज, निर्वाचित होगी नवीन कार्यकारिणी
झालावाड़, 7 सितंबर। भारतीय किसान संघ का तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन शनिवार को महाराजा हरिश्चन्द्र कृषि उपज मण्डी में गणेश पूजन के साथ प्रारम्भ हुआ। पहले दिन जिलाशः बैठकों में प्रान्त के सभी 16 जिलों की गतिविधियों पर चर्चा की गई। प्रान्त अध्यक्ष शंकरलाल नागर, महामंत्री अंबालाल शर्मा और संगठन मंत्री परमानंद ने विभिन्न सत्रों को संबोधित किया।
प्रांत अध्यक्ष शंकरलाल नागर ने कहा कि भारतीय किसान संघ का पिछले समय से सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके द्वारा हम प्रत्येक गांव ढाणी तक पहुंचे हैं। गांव में भारतीय किसान संघ की समितियां गठित हुई हैं। किसान शक्ति को जगाकर ही राष्ट्र का कल्याण संभव है। अंबालाल शर्मा ने कहा कि किसान इस देश की आत्मा हैं। आत्मनिर्भर किसान ही भारत की समृद्धि के द्वार खोल सकता है। परमानन्द ने आगामी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
प्रांत प्रचार प्रमुख तथा मीडिया प्रभारी आशीष मेहता ने बताया कि अधिवेशन के दूसरे दिन रविवार को भारतीय किसान संघ के त्रिवार्षिक चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। अभी तक भारतीय किसान संघ की सभी जिलों में ग्राम समितियां गठित हो चुकी हैं। वहीं तहसीलों, जिलों तथा संभाग में निर्वाचन प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। अब प्रांत में नवीन अध्यक्ष और महामंत्री के चुनाव संपन्न होंगे। इसके बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष अपनी कार्यकारिणी का गठन पूर्ण करेंगे। इसके साथ ही, प्रांतीय अधिवेशन में संगठनात्मक, रचनात्मक और आंदोलनात्मक गतिविधियों की समीक्षा होगी। दूसरे दिन राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गजेंद्र सिंह, अखिल भारतीय जनजाति कार्य प्रमुख मणिलाल लबाना, अखिल भारतीय सीमांत कार्य प्रमुख कैलाश गेंदोलिया, अखिल भारतीय सह कोषाध्यक्ष राजेन्द्र पालीवाल, अखिल भारतीय जैविक प्रमुख हुकुमचंद पाटीदार संबोधित करेंगे।
देर रात तक आते रहे प्रतिनिधि
अधिवेशन में भाग लेने के लिए प्रांत के 16 जिलों से प्रतिनिधि देर शाम तक आते रहे, जिनका मुख्य द्वार पर स्वागत किया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भगवान बलराम के जयकारे लगाए। अधिवेशन में चित्तौड़ प्रान्त के विभिन्न जिलों और तहसीलों में नवनिर्वाचित और नवगठित कार्यकारिणियों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए हैं।
विभिन्न कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे प्रतिनिधि
अधिवेशन के दूसरे दिन संगठन की सदस्यता और व्यापकता पर बात होगी। साथ ही, गत वर्षों में की गई रचनात्मक गतिविधियों का प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया जाएगा। वहीं पत्रवाचन, वार्ता और जिला वृत प्रस्तुतिकरण के माध्यम से व्यापक चर्चा होगी।
लाभकारी मूल्य की मांग पर बनेगी रणनीति
अधिवेशन में कृषि उपज पर लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य की मांग को लेकर आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी। वहीं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में विसंगति दूर करने की मांग पर भी बात होगी। प्रान्त में किसानों की अलग-अलग समस्याओं पर चर्चा कर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्र और किसान के मुद्दों पर चर्चा होगी। विभिन्न जिलों से आए सुझाव के आधार पर मांग पत्र और तीन प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। जिन्हें खुले अधिवेशन में पारित किया जाएगा।
किसान शक्ति संगम में जुटेंगे 50 हजार से अधिक किसान
जिलाध्यक्ष राधेश्याम गुर्जर तथा जिला प्रचार प्रमुख महेश मेहर ने बताया कि अधिवेशन के अंतिम दिन 9 सितंबर को दोपहर 1 बजे से झालरापाटन के कृषि उपज मंडी प्रांगण में खुला अधिवेशन ‘किसान शक्ति संगम’ आयोजित किया जाएगा। जिसमें गोरक्षधाम सेवा प्रन्यास के बाबा निरंजननाथ अवधूत अध्यक्षता करेंगे। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र मुख्य वक्ता होंगे।