हिन्दुओं को हिंसक कहना संवैधानिक अधिकारों का दुरुपयोग
हिन्दुओं को हिंसक कहना संवैधानिक अधिकारों का दुरुपयोग
जयपुर। संसद में पांच दिन पहले नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा हिन्दुओं को हिंसक कहने वाले बयान पर राजस्थान में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। बार बार संविधान की प्रतिलिपि लहराने वाले कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को राजस्थान हाईकोर्ट के एडवोकेट अक्षदत्त शर्मा ने लीगल नोटिस भेज कर उन पर आरोप लगाया है कि वे संसद में हिन्दुओं के विरोध में ऐसे बयान देकर अपने संवैधानिक अधिकारों का दुरुपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से भी शिकायत कर मामले में कार्यवाही करने की मांग की।
ज्योतिष एवं शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज ने 3 जुलाई को जयपुर प्रवास के दौरान कहा “राहुल गांधी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है, कोई राजनेता हिन्दू समाज को हिंसक बताता है, वो अक्षम्य है। पीएफआई और सिमी जैसे संगठनों को हिंसक क्यों नहीं बताते राहुल गांधी?
अखिल भारतीय संत समिति और सर्व हिन्दू समाज ने किया विरोध
राजधानी जयपुर में अखिल भारतीय संत समिति और सर्व हिन्दू समाज की ओर से गत 3 जुलाई को बड़ी चौपड़ पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हिन्दू समाज पर दिए गए बयान का विरोध किया गया। साथ ही कांग्रेस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शन के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो, इसे ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा।
इस दौरान अखिल भारतीय संत समिति राजस्थान के अध्यक्ष और जनप्रतिनिधि बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में चुनकर आ तो गए, लेकिन उन्हें न तो सदन की मर्यादा का पता है, न गरिमा का। सदन में हिन्दुओं को लेकर दिए गए उनके बयान ने हिन्दुस्तान ही नहीं, पूरे विश्व के हिन्दुओं का अपमान किया है। हिन्दू हिंसक नहीं होता। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपने बयान पर क्षमा मांगें, हिन्दू धर्म का तो सिद्धांत ही जियो और जीने दो का है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इस तरह का कृत्य करके स्वयं हिंसा बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सभापति महोदय से उनकी सदस्यता समाप्त करने की मांग की।
राहुल गांधी पहले भी कर चुके हैं ऐसी बयानबाजी
व्हिसिलब्लोअर वेबसाइट विकीलीक्स ने 2010 में खुलासा किया था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तत्कालीन अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर से कहा था कि बड़ा खतरा कट्टरपंथी हिन्दू समूहों का विकास हो सकता है। उनके बयान – मैं किसी हिन्दुत्व को नहीं मानता, मंदिर लोग लड़कियां छेड़ने जाते हैं आदि पहले भी चर्चा में रहे हैं, जो उनकी हिन्दू विरोधी मानसिकता दर्शाते हैं।