नेला तालाब पर एक वर्ष पूर्व लगाए पौधों का मनाया जन्मदिन

पर्यावरण संरक्षण गतिविधि ने नेला तालाब पर एक वर्ष पूर्व लगाए पौधों का मनाया जन्मदिन

पर्यावरण संरक्षण गतिविधि ने नेला तालाब पर एक वर्ष पूर्व लगाए पौधों का मनाया जन्मदिन नेला तालाब पर एक वर्ष पूर्व लगाए पौधों का मनाया जन्मदिन

उदयपुर। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि उदयपुर महानगर की ओर से नेला तालाब के पश्चिमी छोर पर एक वर्ष पूर्व लगाए गए सघन वन के पौधों का जन्मोत्सव मनाया गया। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि उदयपुर महानगर के संयोजक मनीष मेघवाल ने बताया कि सघन वन जन्मोत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उदयपुर ग्रामीण से जनप्रतिनिधि फूल सिंह मीणा थे। अध्यक्षता पर्यावरण प्रेमी राजेंद्र कुमार जैन ने की। सघन वन जन्मोत्सव कार्यक्रम के प्रारंभ में सघन वन में एक वर्ष पूर्व लगाए गए पौधों का पं. देव शंकर चौबीसा के पुरोहित्व में वैदिक मंत्रों के बीच अतिथियों द्वारा मोली बांध कर व पूजन कर जन्मोत्सव मनाया गया। तत्पश्चात नेला तालाब पर घूमने आने वाले आमजन के साथ मिलकर नेला तालाब किनारे पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के कार्यकर्ताओं को साधुवाद देते हुए कहा कि पेड़ों का जन्म दिन मनाना एक अच्छी शुरुआत है, यह पहल पौधों के प्रति जिम्मेदारी दर्शाती है। सिर्फ पौधे लगाना ही पर्याप्त नहीं, उनकी देखभाल भी आवश्यक है। हम अपने मोहल्ले में किसी भी पार्क में छोटे स्थान पर सघन वन लगाकर क्षेत्र को हरा भरा कर सकते हैं। 

कार्यक्रम के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन ने कहा कि प्रकृति ने हमें बहुत कुछ दिया है। हम भी प्रकृति को कुछ दें। हम अधिक से अधिक पोधारोपण करें, जल का संरक्षण करें और पॉलीथीन का उपयोग करना बंद करें। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि चित्तौड़ प्रांत संयोजक कार्तिकेय नागर ने कहा कि हम सभी अपने जन्म दिन, वैवाहिक वर्षगाँठ या किसी मांगलिक अवसर पर पौधारोपण के पश्चात अगले वर्ष उसका जन्म दिन मनाने का संकल्प लें। पर्यावरण संरक्षण करना हम सबका नैतिक दायित्व है। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि हारित ऋषि नगर के संयोजक उदित चौबीसा ने अतिथि परिचय कराया। 

नेला तालाब विकास में सक्रिय भूमिका निभाने वाली संतोष मेनारिया का उपरणा पहनाकर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि उदयपुर विभाग संयोजक नाहर सिंह तंवर, सह संयोजक गणपत लोहार सहित अनेक पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे। संचालन प्रभव पुरोहित ने किया।

Print Friendly, PDF & Email
Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *