बच्चों की शिक्षा मातृभाषा में हो- निम्बाराम
बच्चों की शिक्षा मातृभाषा में हो- निम्बाराम
– सरदारशहर में श्री बहादुर सिंह भानकंवर आदर्श विद्या मंदिर स्कूल का हुआ लोकार्पण
– अतिथियों ने भामाशाह परिवार का जताया आभार
सरदारशहर, 29 जनवरी 2025। मंगलवार को सरदारशहर स्थित श्री बहादुर सिंह भानकंवर आदर्श विद्या मंदिर स्कूल का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने कहा, हम प्रयास करें कि हमारे बच्चों की शिक्षा मातृभाषा में हो। वे संस्कारवान बनें। हम अपने संस्कारों के बल पर कभी विश्व में अग्रणी थे। सारी दुनिया को हमने ज्ञान दिया है। हम बच्चों को प्रोत्साहित करें और एक समृद्ध समाज का विकास करें।
मुख्य अतिथि व उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि विद्या भारती संगठन ने आदर्श विद्या मंदिर विद्यालयों के माध्यम से लाखों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भाजपा शासन में प्रदेश की शिक्षा का स्तर काफी सुधरा है। संस्कारों के साथ अच्छे वातावरण में शिक्षा मिलने से भावी पीढ़ी विशाल व्यक्तित्व की धनी होगी और प्रदेश हर क्षेत्र में अग्रणी बनेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न नवाचार किए जा रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए संकल्पबद्ध है। प्रदेश सरकार की मंशानुरूप सरकार व समाज के लोग मिलकर विकसित समाज, विकसित राजस्थान व विकसित भारत का संकल्प पूरा करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। हम भी अपनी भूमिका निभाएं एवं सामाजिक कल्याण के कार्यों में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के दूसरे बजट में शेखावाटी क्षेत्र के लिए बहुत संभावनाएं हैं। शेखावाटी क्षेत्र से बड़ी संख्या में खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए खिलाड़ियों और खेल क्षेत्र के उन्नयन के लिए भी अच्छी संभावनाएं मिलेंगी।
विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि अच्छी शिक्षा के साथ संस्कार मिलने से हमारी संस्कृति का संरक्षण होगा। बच्चों की प्रतिभाएं निखरेंगी व चरित्रयुक्त व्यक्तित्व का निर्माण होगा। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि हम बच्चों की प्रतिभा के अनुरूप उन्हें करियर का चुनाव करने दें और प्रोत्साहित करें। मदन राठौड़ ने कहा कि शिक्षा या रोजगार के क्षेत्र में हमें बच्चों पर दबाव नहीं बनाना चाहिए। आज के परिवेश में शिक्षा के साथ बच्चों को संस्कार भी देने चाहिए। संस्कारवान युवा पीढ़ी एक नए भारत का विकास करेगी। राठौड़ ने विद्यालय के लिए भूमि देने वाले भामाशाह परिवार का आभार जताते हुए कहा कि आज ऐसी दूरदर्शी और सर्व कल्याणार्थ की सोच रखने वाले लोगों की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यालय के लिए भूमि व भवन समर्पित करने वाले जितेंद्र सिंह एवं लक्ष्मी शेखावत के इस कार्य को प्रेरणादायी बताते हुए सराहना की।
पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हम सभी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए अपनी भागीदारी निभाएं। हमारे स्तर पर सकारात्मक प्रयास हों। हम सामाजिक उत्थान के लिए किए जाने वाले प्रत्येक प्रयास में अपना समय व सहयोग सुनिश्चित करें।
पैरालिंपिक कमेटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पद्म भूषण देवेंद्र झाझड़िया ने कहा कि आज के भौतिक युग में संस्कारवान शिक्षा सराहनीय है। हम सभी शिक्षा के साथ संस्कारों को जोड़ते हुए संस्कृति का संरक्षण व संवर्द्धन करें और युवा पीढ़ी को विरासत से अवगत कराएं। यह हमारा दायित्व है।
समारोह में विद्यालय भवन निर्माण कराने वाले भामाशाह जितेंद्र सिंह शेखावत और लक्ष्मी देवी शेखावत को सम्मानित किया गया। पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवां ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और शैक्षिक उन्नयन की बात कही। इस दौरान अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।