पुलिस ने पकड़ी 5600 करोड़ रुपये मूल्य की कोकीन और मारिजुआना, तस्करी में बड़े नाम आए सामने

पुलिस ने पकड़ी 5600 करोड़ रुपये मूल्य की कोकीन और मारिजुआना, तस्करी में बड़े नाम आए सामने

पुलिस ने पकड़ी 5600 करोड़ रुपये मूल्य की कोकीन और मारिजुआना, तस्करी में बड़े नाम आए सामनेपुलिस ने पकड़ी 5600 करोड़ रुपये मूल्य की कोकीन और मारिजुआना, तस्करी में बड़े नाम आए सामने

नई दिल्ली। पिछले दिनों पुलिस द्वारा मारे गए एक बड़े ड्रग्स छापे में, 5600 करोड़ रुपये मूल्य की कोकीन और हाइड्रोपोनिक मारिजुआना बरामद किया गया। 1 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस ने 22 कार्टन पकड़े, जिनमें 560 किलो कोकीन और 40 किलो हाइड्रोपोनिक मारिजुआना था, इस मामले में तुषार गोयल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो कॉन्ग्रेस का पूर्व नेता बताया जा रहा है। तुषार गोयल की गिरफ्तारी के साथ ही राजनीतिक और आपराधिक गठजोड़ को लेकर कई प्रश्न उठने लगे हैं।

तुषार गोयल की पृष्ठभूमि

तुषार गोयल कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे हैं और पार्टी के भीतर उनकी पहचान एक प्रभावशाली नेता के रूप में है। वे यूथ कांग्रेस के आरटीआई विभाग के चेयरमैन हैं। लेकिन उनकी गिरफ्तारी से पता चलता है कि वह नशे के धंधे में गहराई से जुड़े हुए थे। पुलिस के अनुसार, तुषार गोयल का एक बड़ा नेटवर्क था, जो विभिन्न देशों से ड्रग्स की तस्करी करता था।

पुलिस छापे और बरामदी

पुलिस ने यह छापा एक गुप्त सूचना के आधार पर मारा, जिसमें 5,600 करोड़ रुपये मूल्य की कोकीन और हाइड्रोपोनिक मारिजुआना को बरामद किया गया। हाइड्रोपोनिक मारिजुआना एक खास तकनीक से उगाया जाता है, जिसमें मिट्टी का उपयोग नहीं किया जाता और इसके पौधों को विशेष नियंत्रित वातावरण में विकसित किया जाता है। इस प्रकार की मारिजुआना की तस्करी अमीर वर्ग के बीच अधिक होती है और इसकी मांग उच्च गुणवत्ता के कारण बहुत अधिक रहती है।

जानकारी के अनुसार, 5,600 करोड़ रुपये की कोकीन, दक्षिण अमेरिका से मंगवाई गई थी, जिसका भुगतान क्रिप्टोकरेंसी में किया गया था। इस मामले में गिरफ्तार तुषार गोयल ने इसे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में वितरित किया। जांच में दुबई में स्थित एक व्यवसायी का नाम भी सामने आया है, जो इस ड्रग आपूर्ति के प्रमुख स्रोत के रूप में उभरा है। दुबई कनेक्शन ने जांचकर्ताओं को दाऊद इब्राहिम के नेतृत्व वाली डी कंपनी से संभावित संबंधों की ओर चिन्हित किया है, क्योंकि दाऊद को पाकिस्तान में शरण मिली हुई है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस केस में दक्षिण दिल्ली के महिपालपुर से चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तुषार गोयल (40), हिमांशु कुमार (27), औरंगजेब सिद्दीकी (23) और भरत कुमार जैन (48) शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, तुषार गोयल इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का भारत में मुख्य वितरक है। भरत कुमार जैन, जो मुंबई का निवासी है, गोयल से 15 किलोग्राम कोकीन लेने दिल्ली आया था, जब सभी चार आरोपियों को महिपालपुर के एक गोदाम के बाहर गिरफ्तार कर लिया गया।

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ड्रग तस्करों से कथित संबंधों के लिए कांग्रेस को स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने प्रश्न उठाया कि क्या कांग्रेस अपने चुनाव अभियान में ड्रग्स के पैसे का उपयोग कर रही है? तुषार गोयल के साथ पार्टी के व्यापारिक संबंध भी जुड़े हैं। साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है, तो क्या उसने हरियाणा में ड्रग तस्करों को खुली छूट देने का कोई समझौता किया था।

कुछ समय पहले ही दिल्ली एयरपोर्ट पर 6 किलो ग्रेड ए कोकेन बरामद की गई थी। 2022 में मुंद्रा पोर्ट पर 500 करोड़ रुपये की 56 किलो कोकेन बरामद हुई थी। 2021 में तमिलनाडु के तूतीकोरिन पोर्ट पर 300 किलो कोकेन पकड़ी गई थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 2 हजार करोड़ रुपये आंकी गई थी। स्पष्ट है कि भारत में कोकेन पहुंचाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। बुधवार की पुलिस कार्रवाई से सामने आए तथ्य भी बताते हैं कि कोकेन का इंटरनेशनल कार्टेल सुनियोजित ढंग से भारत में कोकेन पहुंचा रहा है।

वहीं 3 अक्टूबर को राहुल गांधी हरियाणा के नूंह में थे, जहां उन्होंने सभा को संबोधित किया। उन्होंने चुनाव के लिए वोट की अपील करते हुए कहा कि पहले पंजाब के युवाओं में नशे की लत थी जो अब हरियाणा में भी बढ़ती जा रही है। इसके लिए उन्होंने अडानी और नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया।

वर्ष 2018 में जब पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी तब यहां सरकारी कर्मचारियों का डोप टेस्ट करवाने का निर्णय जारी किया गया था। उस समय अकाली दल की सांसद और उस समय की केंद्रीय मंत्री हरसिमरन कौर ने कहा था कि जो लोग 70% पंजाबियों को नशेड़ी कहते हैं, पहले वे अपना डोप टेस्ट करवाएं। तब सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि हरसिमरन कौर ने राहुल गांधी की ओर इशारा किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कोकीन लेते हैं और यदि उनका डोप टेस्ट करवाया जाए तो वे फेल हो जायेंगे। सुब्रमण्यम स्वामी कई बार आरोप लगा चुके हैं कि राहुल गांधी अमेरिकी एयरपोर्ट पर सफेद पाउडर के साथ पकड़े गए थे। इस प्रकार कई बार कोर्ट में जाने पर भी इस पर कोर्ट का कोई निर्णय अभी तक नहीं आया। नशे के कारोबार में बार बार बड़े नेताओं का नाम सामने आना चिंतित करने वाला है। नशा आज दिल्ली, पंजाब या हरियाणा ही नहीं अन्य प्रदेशों को भी अपनी चपेट में ले रहा है, राजस्थान भी इससे अछूता नहीं।

राजस्थान में नशे की स्थिति

राजस्थान में हाल के वर्षों में नशे की समस्या तेजी से बढ़ी है। विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आने वाले नशे का प्रभाव देखा जा रहा है। राज्य में एनसीबी और पुलिस द्वारा की गई रिपोर्ट्स के अनुसार, 2023-2024 में नशे से जुड़े मामलों में 30% की वृद्धि देखी गई है। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और अन्य बड़े शहरों में युवाओं के बीच नशे की लत की समस्या गंभीर होती जा रही है। इसके साथ ही ड्रग्स तस्करी से जुड़े अंतर्राष्ट्रीय गिरोहों की सक्रियता भी बढ़ रही है, जिससे नशा राजस्थान के लिए एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है।

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