सरकारी कर्मचारियों के संघ में जाने पर लगा प्रतिबंध हटाना राष्ट्रहित में लिया गया निर्णय- पुष्करणा

सरकारी कर्मचारियों के संघ में जाने पर लगा प्रतिबंध हटाना राष्ट्रहित में लिया गया निर्णय- पुष्करणा

सरकारी कर्मचारियों के संघ में जाने पर लगा प्रतिबंध हटाना राष्ट्रहित में लिया गया निर्णय- पुष्करणासरकारी कर्मचारियों के संघ में जाने पर लगा प्रतिबंध हटाना राष्ट्रहित में लिया गया निर्णय- पुष्करणा

डूंगला। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने पहले केंद्र और अब राज्य सरकार द्वारा अपने समस्त राजकीय कर्मचारियों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की गतिविधियों में भाग लेने पर लगे हुए बरसों पुराने प्रतिबंध को हटाने के निर्णय को स्वागत योग्य एवं राष्ट्रहित में उठाया गया ऐतिहासिक कदम बताया है।

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति, अहिंसा और विश्व शांति को बढ़ावा देने वाली है। संघ की राष्ट्रीय सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को देखते हुए यह प्रतिबंध बहुत पहले ही हटा लेना चाहिए था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना  से लेकर आज तक निरंतर भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना, राष्ट्रीयता, सामाजिक समरसता और भारत की एकता अखंडता को मजबूत करने में लगा हुआ है।भारतीय समाज में बरसों पुरानी अस्पृश्यता जैसी सामाजिक छुआछूत की बीमारी और जातिवाद को समाप्त करने में संघ का महत्वपूर्ण योगदान है।राजस्थान में भेरोसिंह शेखावत ने आंशिक तौर पर प्रतिबंध हटाया था। लेकिन अब प्रदेश की वर्तमान सरकार ने केंद्र के समान राज्य से भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध हटा लिया है। यह प्रदेश और राष्ट्रहित में लिया महत्वपूर्ण निर्णय है।

प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने कहा कि संघ राजनीति में प्रत्यक्ष रूप से भारत के किसी भी राजनीतिक दल का विरोध नहीं करता है। संघ केवल अपनी सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी गतिविधियों के द्वारा देश को मजबूत करने में लगा रहता है।संघ देशद्रोहियों और भ्रष्टाचारियों का विरोध अवश्य करता है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा से राष्ट्र में अलगाव, विखंडन, भाषावाद, क्षेत्रवाद, जातिवाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार को सांस्कृतिक गतिविधियों के द्वारा समाप्त करने का प्रयास करता रहा है।  

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संगठन पर पूर्ववर्ती सरकारों ने गलत तरीके से प्रतिबंध लगा रखा था, उसे आज के भारतीय परिपेक्ष में हटाना अपरिहार्य हो गया था।आज जब टुकड़े-टुकड़े गैंग भारत के राजनीतिक, सामाजिक व अन्य क्षेत्रों में अलगाववादी विचारधारा को प्रोत्साहित कर रही है और देश में विखंडन को बढ़ावा दे रही है, ऐसी स्थिति में राष्ट्र‌हित में कार्य करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में कर्मचारियों को भाग लेने से रोकना राष्ट्रहित में नहीं था।

संघ की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों के प्रतिबंध हटाने को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के निर्णय का संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा, प्रदेश संगठन मंत्री घनश्याम, प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा, प्रदेश सभाध्यक्ष संपत सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य आदि ने स्वागत योग्य और राष्ट्रहित में लिया गया निर्णय बताया।

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