दिल्ली के हादसे के बाद जयपुर में कोचिंग संस्थानों पर सख्ती

दिल्ली के हादसे के बाद जयपुर में कोचिंग संस्थानों पर सख्ती

दिल्ली के हादसे के बाद जयपुर में कोचिंग संस्थानों पर सख्तीदिल्ली के हादसे के बाद जयपुर में कोचिंग संस्थानों पर सख्ती

जयपुर। दिल्ली के राजेन्द्र नगर स्थित आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन विद्यार्थियों की मौत की घटना को देखते हुए जयपुर नगर निगम ग्रेटर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने ग्रेटर क्षेत्राधिकार में स्थित कोचिंग संस्थानों पर कठोरता दिखाई है। महापौर ने अचानक दोपहर 1 बजे गोपालपुरा बाईपास स्थित कोचिंग संस्थान ‘गुरुकृपा’ का निरीक्षण किया।

महापौर ने वहां उपस्थित छात्र-छात्राओं के साथ सुरक्षा मानकों को लेकर संवाद किया और कोचिंग संचालकों को सुरक्षा मापदंडों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। महापौर ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा में कोई भी कमी स्वीकार्य नहीं होगी और मापदंडों का पालन न करने पर कठोरता से कार्यवाही की जाएगी।

इस निरीक्षण का उद्देश्य कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा सुनिश्चित करना और हाल ही में दिल्ली में हुई जैसी घटनाओं को रोकना है। महापौर ने कहा कि इस तरह की जांच आगे भी जारी रहेगी ताकि सभी कोचिंग संस्थान सुरक्षित और मानकों के अनुसार संचालित हो सकें।

महापौर ने बच्चों को नगर निगम ग्रेटर के टोल फ्री नम्बर दिये और कहा कि किसी भी प्रकार के सुरक्षा मापदंडों में कमी पाई जाती है तो नगर निगम ग्रेटर के हेल्पलाइन नम्बर 0141-2747400 पर शिकायत कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों और उनके माता-पिता से अपील की कि वे कोचिंग संस्थानों में एडमिशन लेने से पहले उनके सुरक्षा मापदंडों की भी जांच करें। उसके बाद ही बच्चों को एडमिशन दिलवायें।

महापौर ने बताया कि कोचिंग संचालकों को कोचिंग संस्थानों के बाहर चैक लिस्ट के माध्यम से बताना होगा कि उनके यहां सभी सुरक्षा मापदंडों एवं बिल्डिंग बायलॉज का पालन किया जा रहा है या नहीं। नगर निगम द्वारा सभी कोचिंग संस्थाओं, इंस्टीट्यूट और लाईब्रेरी की आगामी दिनों में अभियान चलाकर जांच की जायेगी। इसके लिये छः सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसके अन्तर्गत मुख्यालय उपायुक्त, उपायुक्त फायर, उपायुक्त आयोजन, अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, संबंधित जोन उपायुक्त की टीम गठित की गई है। यह टीम जयपुर ग्रेटर क्षेत्राधिकार में संचालित समस्त कोंचिग सेन्टर, इंस्टीट्यूट, लाईब्रेरी आदि के संचालकों के नाम व नम्बर सहित सूचीबद्ध करेगी तथा यह समिति इन संस्थाओं के डिजास्टर मैनेजमेंट का परीक्षण करेगी। इसके साथ ही आपात स्थित में भीड़ के निकलने के एग्जिट गेट, ऑटो लॉक सिस्टम, भवन निर्माण बॉयलॉज, फायर एनओसी सहित अन्य सुरक्षा मापदंडों का परीक्षण भी किया जाएगा।

कोंचिग संस्थान कलाम एवं गुरूकृपा को किया सीज

नगर निगम ग्रेटर की छः सदस्यीय टीम ने मंगलवार को गोपालपुरा बाईपास स्थित कोचिंग संस्थान कलाम का निरीक्षण किया। वहॉं एक ही हॉल में क्षमता से अधिक लगभग 800 छात्र-छात्राएँ अध्ययन करते हुए पाये गये, जहां हवा व प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। इसी के साथ आपातकालीन स्थिति में छात्र-छात्राओं के निकास हेतु भी कोई दरवाजा आदि नहीं था। इसलिये अग्रिम आदेशों तक कोचिंग संस्था को सीज कर दिया गया है। इसी के साथ कोचिंग संस्था गुरुकृपा की भी जांच की गई, जिसमें फायर एनओसी नहीं पाई गई तथा यूडी टैक्स भी जमा नहीं पाया गया इसी के साथ सुरक्षा मापदंडों से संबंधित अन्य कमियां भी पाई गईं। जिसके अंतर्गत गुरुकृपा कोचिंग संस्था को भी अग्रिम आदेशों तक सीज कर दिया गया है।

बता दें कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में 27 जुलाई को राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई थी। जिसको देखते हुए से कदम उठाए गए हैं।

ओल्ड राजेंद्र नगर के राव कोचिंग सेंटर में शनिवार शाम सात बजे के लगभग बेसमेंट में अवैध रूप से चल रही लाइब्रेरी में अचानक बारिश का पानी भर गया था। लाइब्रेरी में छात्र पढ़ रहे थे। अचानक भर रहे पानी के बीच कुछ छात्र तो बाहर निकलने में सफल हो गए, लेकिन तीन की डूबने से मौत हो गई। बेसमेंट में अनुमति सिर्फ स्टोर चलाने की थी।

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