बारां: ताजिए के जुलूस के दौरान मुसलमानों ने तोड़ा प्राचीन गणेश मंदिर का शिखर

बारां: ताजिए के जुलूस के दौरान मुसलमानों ने तोड़ा प्राचीन गणेश मंदिर का शिखर

बारां: ताजिए के जुलूस के दौरान मुसलमानों ने तोड़ा प्राचीन गणेश मंदिर का शिखरबारां: ताजिए के जुलूस के दौरान मुसलमानों ने तोड़ा प्राचीन गणेश मंदिर का शिखर

बारां, 18 जुलाई। मुसलमानों का सामाजिक सौहार्द से शायद कोई वास्ता नहीं। वे हिन्दू आस्थाओं पर आघात का कोई अवसर नहीं चूकते। ईद पर मंदिरों में मांस के टुकड़े फेंकना, मोहर्रम पर भारत में रहना है तो ए हसन कहना है या बात बात पर सर तन से जुदा जैसे नारे लगाना या आए दिन मंदिरों को नुकसान पहुंचाने जैसी उनकी हरकतों से तो ऐसा ही लगता है। ताजा घटना बारां जिले की है। यहां ताजिए के जुलूस के दौरान मुसलमानों ने प्राचीन गणेश मंदिर के शिखर का गुंबद तोड़ दिया।

घटना का पता लगने पर लोग सुबह एकत्रित होने लगे और धरने पर बैठ गए। आक्रोशित लोगों ने बारां बंद का आह्वान कर बाजार बंद करवा दिया। साथ ही चौमुखा बाजार मार्ग से मोहर्रम के जुलूस पर रोक लगाने की भी मांग की। इस दौरान धरने पर बैठे लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई करते हुए दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की अपील की।

वहीं एक अन्य मामला किशनगढ़, अजमेर का है, यहां एक मंदिर से शिवलिंग को गायब कर दिया गया, जिसके कारण क्षेत्र में तनाव फैल गया। किशनगढ़ के एक प्राचीन मंदिर से शिवलिंग के गायब होने की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में तनाव फैल गया। घटना का पता तब चला, जब श्रद्धालु पूजा अर्चना करने के लिए मंदिर पहुंचे और वहां शिवलिंग नहीं मिला। 

घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रवासियों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मंदिर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश और चिंता है। 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिवलिंग चोरी की इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है और दोषियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में सर्च अभियान शुरू कर दिया है और स्थानीय लोगों से शांत रहने की अपील की है।

उल्लेखनीय है, पिछले दिनों ईद पर राजस्थान के अजमेर जिले की किशनगढ़ सब्जी मंडी में बाइक सवार कुछ लड़के मीट के टुकड़े फेंक कर भाग गए थे और पाली शहर के बजरंग बाड़ी क्षेत्र में बांडी नदी के पास मवेशियों के चार सिर व शवों के टुकड़े पड़े होने की सूचना पर तनाव फैल गया था। इन सिरों की खाल उतार ली गई थी। माना जा रहा था कि ये सिर और मांस के टुकड़े गोवंश के हैं।

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