हम सब में है राम अंश
कवींद्रनाथ सौंधी
हम सब में है राम अंश, यह हमको अब दर्शाना है।
शबरी का जूठा खाकर, सबको गले लगाना है॥
रामलला हैं आने वाले, अब हमको क्या करना होगा?
अगर राम के वंशज हैं तो, समरसता का रंग भरना होगा॥
अगर राम सा बनना है तो, पहले बनें हम भरत महान।
रामचरण में त्याग दें काम, क्रोध और लोभ, अभिमान॥
राम पधारे, रामराज्य भी निश्चित ही आएगा,
पर क्या यह मानव जनित प्रदूषण में हो पायेगा?
अगर राम का राज्य चाहिये, तो स्वच्छ पर्यावरण रखना होगा॥
संघर्ष घना था, युद्ध घनेरे, आज पुरुषोत्तम पधारे हैं।
बलिदानों की इस गौरवगाथा को जन जन तक पहुंचाना है॥
अगर राम के वंशज हैं हम, तो हमको पुरुषोत्तम बनना होगा।
देश समाज व घर परिवार की मर्यादाओं में पलना होगा॥
हर्ष असीमित उल्लास बहुत है, आनंदोत्सव मनाएंगे।
सर्वव्यापी हैं रामलला, हर घर अयोध्या सा सजायेंगे॥
#SabkeRam