भारत के विकास के लिए समाज के सभी वर्गों का सशक्तिकरण आवश्यक- डॉ. मोहन भागवत
भारत के विकास के लिए समाज के सभी वर्गों का सशक्तिकरण आवश्यक- डॉ. मोहन भागवत
खराडी, 17 दिसम्बर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि भारत के विकास के लिए समाज के सभी वर्गों का सशक्तिकरण आवश्यक है। देश का विकास केवल सेवा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सेवा के माध्यम से नागरिकों को विकासक्षम बनाना चाहिए। विकासक्षम नागरिकों से ही राष्ट्र की प्रगति होती है। सरसंघचालक खराडी में ढोले पाटिल एजुकेशन सोसाइटी में आयोजित ‘भारत विकास परिषद विकलांग केंद्र’ के रजत उत्सव वर्ष के समापन समारोह में संबोधित कर रहे थे। इस उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय नि:शुल्क दिव्यांग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 1200 दिव्यांगों को मॉड्यूलर कृत्रिम हाथ व पांव स्थापित करने हेतु माप लिया जा रहा है।
सरसंघचालक ने कहा कि “किसी व्यक्ति को काम करने हेतु कुछ सीमा तक अहंकार की भी आवश्यक प्रेरणा होती है। लेकिन उससे परे होती है शाश्वत प्रेरणा, जो चिरंतन होती है। इससे जो सेवा का भाव उत्पन्न होता है, वही सेवा के प्रति समर्पित व्यक्तियों का समुदाय होता है। अपनेपन का स्रोत एक ही होता है, जिससे लोकोत्तर प्रेरणा के साथ सेवा की जाती है। सेवा करने की प्रवृत्ति सेवितों में भी उत्पन्न होती है। सेवित भी सेवा प्रदाता बन जाते हैं। हृदय में जो नारायण है, वही सब एक है।” समाज में दुष्टता से धोखे की भावना पैदा हो गई है। लेकिन सीधे संवाद के माध्यम से समाज में 40 गुना बेहतर सेवा कार्य चल रहा है। इसका प्रसार करने की आवश्यकता है। इससे समाज में स्थायी विश्वास पैदा होता है।
कार्यक्रम में फाउंडेशन के अध्यक्ष दत्ता चितले, सचिव राजेंद्र जोग, केंद्र प्रमुख विनय खटावकर, ढोले पाटिल एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष सागर ढोले पाटिल उपस्थित थे।
दिव्यांग केंद्र को वित्तीय सहायता देने वाले महाराष्ट्र नेचुरल गैस, ढोले पाटिल एजुकेशन सोसाइटी, ब्रिज नेक्स्ट, रोटरी क्लब ऑफ पुणे हेरिटेज, ऑटो हैंगर, वात्सल्य ट्रस्ट एवं अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों का सरसंघचालक के हाथों सम्मान किया गया। कार्यक्रम में विनय खटावकर को प्रथम ‘दिव्यांग मित्र’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राहुल सोलापुरकर ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि दत्ता चितले ने मूल सामग्री प्रस्तुत की। डॉ. भक्ति दातार ने एकल गीत प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन राजेन्द्र जोग ने किया।
इस अवसर पर पैरालिंपिक खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले भारतीय सेना के जवानों विजयकुमार कार्की, चार स्वर्ण पदक विजेता व्हीलचेयर बास्केटबॉल चैंपियन मीन बहादुर थापा और विमानकार मृदुल घोष को भी सम्मानित किया गया।
एक रात में 710 कृत्रिम पैर लगाना विकलांगों के लिए एक विश्व रिकॉर्ड है। भारत विकास परिषद की ओर से 1 हजार 200 दिव्यांगजनों के लिए मॉड्यूलर बसें चलाने की योजना बनाई जा रही है। उसके लिए आवश्यक पंजीकरण हो चुका है। मार्च 2025 में एक हजार 200 कृत्रिम पैर लगाए जाएंगे।