परमवीर चक्र विजेताओं के सम्मान में, 5 हजार युवा दशहरा मैदान में
परमवीर चक्र विजेताओं के सम्मान में, 5 हजार युवा दशहरा मैदान में
जयपुर, 30 सितम्बर। हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन की ओर से आयोजित सेवा मेले में परमवीर वंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रदेश सचिव सोमकांत शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक युवाओं ने भागीदारी की।
भारत में धर्म और राष्ट्र – सामाजिक जीवन में एकाकार हैं। इस प्राचीन देश के अलावा सनातन धर्म के लिए कोई धरती सुलभ नहीं है। एक सशक्त राष्ट्र के बिना कोई भी सुरक्षित नहीं है। इसलिए भारत राष्ट्र को एक देवता जैसा सम्मान दिए जाने की आवश्यकता है तथा इस राष्ट्र की सेवा करने वालों का भी सम्मान होना चाहिए।
परमवीर वंदन कार्यक्रम के माध्यम से हम बलिदानी परमवीर चक्र विजेताओं एवं जवानों का वंदन कर देश के नागरिकों में राष्ट्रभक्ति भाव जागरण का प्रयत्न करते हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैया जी जोशी के सानिध्य में आयोजित इस कार्यक्रम में परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव मुख्य अतिथि तथा पंडित रविशंकर मेहता व शिक्षा मंत्री मदन दिलावर विशिष्ट अतिथि रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी ने परमवीर चक्र विजेता बलिदानियों को याद किया और उनके चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुतियां दीं एवं देशभक्ति भाव जागरण के नाट्य कार्यक्रमों का मंचन हुआ।
पंडित विजय शंकर मेहता ने कहा कि रावण ने प्रतिकूल सात संकल्प लिए थे और हनुमान जी ने लंका जलाकर रावण को यह बता दिया कि यह धरती राम और रामभक्तों की है। यहां रावण के संकल्प पूरे नहीं होंगे। यहां राम का संकल्प पूरा होगा।
परमवीर चक्र विजेता कैप्टन योगेंद्र यादव ने कहा कि हम में से कोई भी उन जवानों के नाम भी नहीं जानते होंगे, जो देशभक्ति के भाव से प्रतिदिन दुश्मन से मुठभेड़ करते हैं क्योंकि उनका हमारे जीवन से कोई संबंध नहीं है। हमारा संबंध उन लोगों से है, जिन्हें दिन रात हम टीवी पर देखते हैं, जो हमारे आसपास रहते हैं या हमारे रिश्तेदार हैं।आप स्कूल के अंदर बिना किसी चिंता के पढ़ते हैं, ऑफिस में बिना किसी डर के काम करते हैं, बिना किसी डर के व्यवसाय करते हैं, बिना किसी डर के घूमते हैं, यह सब उन सैनिकों की बदौलत है, जो दिन में 50-55 डिग्री तापमान और रात में माइनस 10 डिग्री तापमान में खड़े होकर देश की रक्षा करते हैं।
आज युवाओं के रोल मॉडल सिर्फ फिल्म जगत के सितारे या अन्य सेलिब्रिटी ही रह गए हैं। हमारे रोल मॉडल भगत सिंह सुखदेव राजगुरु होने चाहिए। हमारे रोल मॉडल आजाद होने चाहिए, जिन्होंने 15 वर्ष की आयु में कसम खाई थी, आजाद हूं, आजाद ही रहूंगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैया जी जोशी ने कहा कि इस कार्यक्रम की सफलता तभी है जब हम अपने और अपने परिवार के अंदर देशभक्ति की भावना जगा पाएं। हम पैसा तो बहुत कमा लेते हैं, नाम भी बहुत कमा लेते हैं, परंतु राष्ट्र के प्रति जो हमारे कर्तव्य हैं, उन्हें हम नहीं निभाते। आज हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने बच्चों में बचपन से ही देशभक्ति भाव का जागरण करें।
कार्यक्रम में हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक गुणवंत सिंह कोठारी, चेयरपर्सन किशोर रुंगटा, वाइस चेयरपर्सन एमएल स्वर्णकार, अध्यक्ष सुभाष बापना, कोषाध्यक्ष दिनेश पितलिया, कार्यक्रम संयोजक डॉ. राकेश दाधीच आदि उपस्थित रहे।
इसी के साथ आज हिन्दू सेवा मेले की समाप्ति भी हुई। प्रतिदिन 20 हजार से अधिक लोगों ने मेला देखा एवं हिन्दू सेवा कार्यों की जानकारी ली।
अंत में छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन की ओर से सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।