पर्यावरण संरक्षण और समरस समाज हमारा लक्ष्य- गेंदालाल
पर्यावरण संरक्षण और समरस समाज हमारा लक्ष्य
चिड़ावा। झुंझनूं जिले के चिड़ावा शहर में 14 जुलाई, रविवार को आयोजित राष्ट्रीय शाखा संगम कार्यक्रम में मुख्यवक्ता संघ के क्षेत्र कार्यवाह गेंदालाल ने कहा कि संघ के शताब्दी वर्ष में हमें पंच प्रणों- नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण, स्व के भाव की जागृति, परिवार प्रबोधन और सामाजिक समरसता के अंतर्गत छुआछूत रहित समाज निर्माण पर काम करना है। हमें अधिकारों के साथ साथ अपने कर्तव्यों का भी भान होना चाहिए। धरती के बढ़ते तापमान को देखते हुए पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने स्वयंसेवकों को पर्यावरण संरक्षण के लिए बस्ती में 100 पौधे लगाने का लक्ष्य भी दिया। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में संघ की भूमिका तथा गोवा व दादरा नगर हवेली मुक्ति आंदोलन में संघ के स्वयंसेवकों के योगदान की जानकारी भी दी।
लगभग घंटे भर चले कार्यक्रम में 16 शाखाओं के 384 बाल, तरुण और प्रौढ़ स्वयंसेवक शामिल हुए। सभी प्रतिभागियों ने डालमिया स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में आयोजित इस कार्यक्रम में समता, खेल, नियुद्ध, पद विन्यास का प्रदर्शन किया।
शाखा संगम में अतिथि वक्ता आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी कृष्ण दत्त ने संघ और स्वयंसेवकों की विचारधारा को सभ्य, सुसंस्कृत, अनुशासित व राष्ट्र समाज निर्माण में सहयोगी बताया।
पर्यावरण गतिविधि के अंतर्गत स्वयंसेवकों ने बांटे पौधे
संघ पर्यावरण संरक्षण पर निरंतर काम कर रहा है। इसी कड़ी में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के अंतर्गत स्वयंसेवकों ने जयपुर के मुरलीपुरा में पर्यावरण जागरूकता व पौधा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघचालक डॉ. रमेश अग्रवाल ने वृक्ष पूजन के साथ किया। उन्होंने कहा कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। वृक्ष हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण की आवश्यकता है।
वृक्ष वितरण कार्यक्रम में घुमंतू समाज महानगर संयोजक राकेश शर्मा सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।