परतंत्रता के प्रतीकों से मुक्ति आवश्यक- बाबूलाल
परतंत्रता के प्रतीकों से मुक्ति आवश्यक- बाबूलाल
जयपुर, 22 अप्रैल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा रविवार को जयपुर शहर में पंथ संचलन निकाला गया। गुणवत्ता पथ संचलन में गालव भाग के स्वयंसेवकों ने भाग लिया। संचलन शाम 5.45 बजे चौगान स्टेडियम से प्रारंभ होकर छोटी चौपड़, किशनपोल, न्यू गेट, त्रिपोलिया दरवाजा, बड़ी चौपड़, सांगानेरी दरवाजा होते हुए रामलीला मैदान पहुंचा। इस अवसर पर समाज की ओर से मार्ग में अनेकों स्थानों पर भारत माता के जयघोष के साथ पुष्प वर्षा की गई।
रामलीला मैदान पर समापन कार्यक्रम में जयपुर प्रांत प्रचारक बाबूलाल ने अपने संबोधन में कहा कि सामाजिक कुरीतियों एवं परतंत्रता के प्रतीक चिन्हों से मुक्त होने की आवश्यकता है। ये हमारे जीवन में रहने ही नहीं चाहिए। हम अलौकिक थे, हैं और रहेंगे। इस अवसर पर प्रांत प्रचारक ने एक विवाह समारोह का उल्लेख करते हुए पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया। अपने उद्बोदन में उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के दर्शन एवं राम के चरित्र की देश को महती आवश्यकता है। उन्होंने भगवान महावीर के संदेशों को जीवन में उतारने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में संघ चालक सहित सेना से सेवा निवृत बिग्रेडियर सुरेन्द्र अनिमेश त्रिपाठी मंचासीन थे।