रज्जाक ने मॉं के साथ जियारत करने आई 4 वर्ष की बच्ची को अगवा किया, पुलिस की तत्परता से मिली बच्ची
रज्जाक ने मां के साथ जियारत करने आई 4 वर्ष की बच्ची को अगवा किया, पुलिस की तत्परता से मिली बच्ची
अजमेर। अजमेर रेलवे स्टेशन से मंगलवार रात मां के साथ जियारत करने आई 4 वर्ष की बच्ची को रज्जाक ने अगवा कर लिया, लेकिन जीआरपी और आरपीएफ की सतर्कता के चलते 8 घंटे में बच्ची को सुरक्षित बचा लिया गया। बच्ची और आरोपी को अहमदाबाद के पास चांददोलिया स्टेशन से गिरफ्तार किया गया और उन्हें रात में ही अजमेर लाया गया।
घटना मंगलवार रात 10:30 बजे की है, जब सिरोही की एक महिला 10 सितंबर को अपनी 4 वर्ष की बेटी के साथ अजमेर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर बैठी थी। आरोपी रज्जाक (नीमका थाना, सीकर) ने बच्ची को कोल्ड ड्रिंक और कुछ खाने-पीने की चीजें देकर मां का ध्यान भटकाया और बच्ची को अगवा कर फरार हो गया।
बच्ची अपनी मां के साथ आबूरोड से अजमेर दरगाह जियारत के लिए आई थी। बच्ची के अपहरण की सूचना मिलने के बाद जीआरपी, आरपीएफ और जिला पुलिस हरकत में आ गई। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की खोज शुरू कर दी। इसी बीच, जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि एक व्यक्ति बच्ची को ले जा रहा है। वह प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर पोरबंदर एक्सप्रेस में सवार हुआ है। इसके बाद टीम ने अहमदाबाद की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों में सर्च अभियान चलाया। अहमदाबाद के पास चांददोलिया स्टेशन पर सुबह 6 बजे आरपीएफ की टीम ने आरोपी को धर-दबोचा और बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि आरोपी रज्जाक रेलवे स्टेशन पर कचरा बीनने का काम करता है और आदतन शराबी है। अब पुलिस उसकी पृष्ठभूमि जानने का प्रयास कर रही है कि वह किसी संगठित गिरोह का हिस्सा तो नहीं।
उल्लेखनीय है, पहले भी अजमेर दरगाह में परिजनों के साथ जियारत करने आए कई बच्चे गायब हो चुके हैं।
मई 2019 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की खुर्जा निवासी आशा अग्रवाल अपने बच्चों के साथ दरगाह में दुआ कर रही थीं। इस दौरान जन्नती दरवाजे के सामने से उनकी बच्ची गायब हो गई। सीसीटीवी फुटेज में एक प्रौढ़ बच्ची से बात करता दिखाई दिया। बाद में वह सीढिय़ां चढ़कर मस्जिद की ओर चला गया। उसके पीछे बच्ची भी उस ओर गई। इसके बाद वह लापता हो गई। इस संबंध में पुलिस ने अपहरण के आरोप में मामला दर्ज किया था।
इससे पहले जून 2015 में खंडवा से आए जायरीन परिवार का एक वर्ष का बच्चा बरकत गायब हो गया था। परिवार ढाई दिन के झोपड़े के निकट किराए पर कमरा लेकर ठहरा हुआ था। बच्चा झालरे के पास सो रहा था। सुबह 6 बजे के लगभग मॉं ने देखा वह वहॉं नहीं था। परिजनों ने दरगाह थाने में बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन उस का कोई सुराग नहीं मिला।
3 जुलाई 2012 को मुम्बई निवासी साफिया का 6 महीने का बेटा नासिर चोरी हो गया। दरगाह परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में बच्चा चुराने वाली महिला कैद हो गई। बाद में उस बच्चे को नागौर जिले के डेगाना में बरामद कर लिया गया।