संघ शाखा से कबड्डी की नेशनल प्रतियोगिता के ग्राउंड तक

संघ शाखा से कबड्डी की नेशनल प्रतियोगिता के ग्राउंड तक

संघ शाखा से कबड्डी की नेशनल प्रतियोगिता के ग्राउंड तकसंघ शाखा से कबड्डी की नेशनल प्रतियोगिता के ग्राउंड तक

यह कहानी है अजमेर के विजय सैनी की। हाल ही में उन्होंने उड़ीसा के कटक में आयोजित 71वीं सीनियर राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता (पुरुष) 2025 में राजस्थान टीम का प्रतिनिधित्व किया और टीम को टॉप 8 में प्रवेश दिलाया। विजय ने कबड्डी को अपने करियर के तौर पर चुना है। उन्हें यह प्रेरणा कहॉं से मिली, पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं संघ स्वयंसेवक हूं। बचपन से शाखा में जाता हूं, कबड्डी खेलना वहीं सीखा। धीरे धीरे यह क्रेज बढ़ता गया, तो फिर इसे ही करियर बनाने का निर्णय ले लिया। उन्होंने बताया कि वे कबड्डी में लगातार 6 वर्षों से जूनियर व सीनियर प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर अजमेर का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वे 4 राष्ट्रीय कैंपों में सहभागिता कर चुके हैं। उनका अगला लक्ष्य प्रो कबड्डी लीग में चयनित होने का है। वे इसके लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। 

विजय कहते हैं, संघ शाखा में जाने से तन और मन दोनों का विकास होता है। शाखा के बौद्धिक और खेल व्यक्ति के व्यक्तित्व में चौतरफा निखार लाते हैं। इससे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। मेरे सफर की शुरुआत संघ शाखा के ग्राउंड से हुई और आज में कबड्डी के नेशनल ग्राउंड तक पहुंचा हूं। मैं कबड्डी का एक प्रोफेशनल खिलाड़ी हूं। इसके पीछे मेहनत के साथ कहीं न कहीं संघ के संस्कार भी हैं। विजय कहते हैं, अक्सर कहा जाता है कि कुश्ती और कबड्डी जैसे खेलों में शक्ति के लिए खिलाड़ियों को मांसाहारी डाइट लेनी चाहिए, लेकिन मैं शुद्ध शाकाहारी हूं।

अजमेर के रहने वाले विजय सैनी संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष शिक्षित हैं। उनके पिताजी एक कैब ड्राइवर हैं और दादा जी से लेकर पिता जी, चाचा जी तक पूरे परिवार का संघ की शाखा से जुड़ाव है।

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