नारायण दर्शन यात्रा के माध्यम से दिया जा रहा है सामाजिक समरसता का सन्देश
नारायण दर्शन यात्रा के माध्यम से दिया जा रहा है सामाजिक समरसता का सन्देश
सरदारशहर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रदेश के विभिन्न शहरों, गांवों, कस्बों, बस्तियों में सामाजिक समरसता, संस्कार, संस्कृति एवं धर्म के प्रति आस्था एवं सामाजिक सद्भाव को बढ़ाने के लिए एक अनूठी पहल करते हुए पूरे प्रदेश में नारायण दर्शन यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसका मूल मंत्र है – हिंदव सोदरा सर्वे, न हिन्दू पतितो भवेत। मम दीक्षा हिन्दू रक्षा, मम मंत्र समानता। अर्थात् सभी हिन्दू भारत माता की संतान हैं, इसलिए सहोदर भाई हैं। कोई भी हिन्दू पतित या नीच नहीं है, हिन्दुओं की रक्षा ही मेरी दीक्षा है, समानता ही मेरा मंत्र है।
नारायण दर्शन यात्रा की इसी शृंखला में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरदारशहर के कार्यकर्ताओं द्वारा साधु-संत-महात्माओं के सानिध्य में सरदारशहर की विभिन्न बस्तियों में नारायण दर्शन यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। अभी तक सरदारशहर की साटिया-सांसी बस्ती तथा महाराणा प्रताप कॉलोनी (लोहार बस्ती) में इस यात्रा का आयोजन किया गया है। यात्रा में मंहत चरणनाथ जी द्वारा बस्तियों के निवासियों को आशीर्वचन प्रदान किया गया गया। यात्रा के दौरान स्थानीय निवासियों द्वारा महाराज जी का जगह जगह माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। तत्पश्चात महाराज श्री द्वारा बस्ती के निवासियों के साथ बस्तियों का भ्रमण किया गया। बस्ती भ्रमण के दौरान स्थानीय निवासी महिला एवं पुरुष बड़ी संख्या में कीर्तन करते हुए साथ चल रहे थे। बस्ती दर्शन के पश्चात महाराज श्री एवं अन्य कार्यकर्ताओं ने बस्ती निवासियों के साथ ही जलपान ग्रहण किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक डॉ. बनवारीलाल शर्मा ने बताया कि हमारी संस्कृति हमेशा से समरसता की रही है। भारतीय संस्कृति में प्रत्येक वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को सम्मान मिलता है। हमारे ऋषि मुनियों ने हर नर में नारायण के दर्शन पर जोर दिया है। अतः इसी भावना को जन-जन तक पहुंचाने हेतु संघ द्वारा प्रतिवर्ष इस यात्रा का आयोजन किया जाता है। नारायण दर्शन यात्रा के दौरान विभाग सामाजिक समरसता संयोजक डॉ. दिनेश बैद, समेत अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।