राम का नाम
डॉ. नीलप्रभा नाहर
राम का नाम
राम के नाम पर देश एक हो गया।
उत्तर दक्षिण का भेद रेख हो गया॥
वैष्णव के राम हैं, शैव के भी राम
शबरी के राम हैं, निषाद के भी राम
राम काज बिन, न हनुमंत को विश्राम
राम से जो मिला, राम हो गया।
राम के नाम पर देश एक हो गया॥
आकाश में राम, धरती पे राम
पानी पर तैर गये, पत्थर पे राम
अनथक करे, गिलहरी अपना काम
हुई राममय दृष्टि, जग राम हो गया।
राम के नाम पर देश एक हो गया।
उत्तर दक्षिण का भेद रेख हो गया॥
अवतरित हुए प्रभु, सुराज्य के लिये
मनुज को, मनुजता की सीख के लिए
समाज को मर्यादा के भान के लिए
मर्यादा पुरषोत्तम, राम नाम हो गया
राम के नाम पर देश एक हो गया।
उत्तर दक्षिण का भेद रेख हो गया॥
जन जन का तप, अविराम हो
उठे हर कदम, निष्काम भाव हो
मन में विराजे जब, श्री राम हो
रामराज्य का हमें, विश्वास हो गया
राम के नाम पर देश एक हो गया।
उत्तर दक्षिण का भेद रेख हो गया॥