जीते-जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान जैसे आह्वानों के साथ सम्पन्न हुआ सक्षम का राष्ट्रीय अधिवेशन

जीते-जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान जैसे आह्वानों के साथ सम्पन्न हुआ सक्षम का राष्ट्रीय अधिवेशन

जीते-जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान जैसे आह्वानों के साथ सम्पन्न हुआ सक्षम का राष्ट्रीय अधिवेशनजीते-जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान जैसे आह्वानों के साथ सम्पन्न हुआ सक्षम का राष्ट्रीय अधिवेशन

पुणे। दिव्यांगों के सक्षमीकरण हेतु समर्पित संस्था समदृष्टि, क्षमता विकास व अनुसंधान मंडळ (सक्षम) का त्रैवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन रविवार को संपन्न हो गया। समापन समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य सुहासराव हिरेमठ ने दिव्यांग व्यक्तियों के असाधारण प्रदर्शन को समाज तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एक-एक दिव्यांग व्यक्ति परिपूर्ण कैसे बने, इसकी जिम्मेदारी सामान्य समाज को उठानी चाहिए। सक्षम इस कार्य में अगुवाई करने वाली देशव्यापी संस्था है।

महाराष्ट्र के दिव्यांग विभाग आयुक्त प्रवीण पुरी ने कहा कि देश में सन् 2016 में दिव्यांगों के लिए कानून आने से पहले पुणे में विभिन्न सेवा संस्थाएं काम कर रही थीं। उसी के चलते महाराष्ट्र में बना दिव्यांग मंत्रालय देश का पहला मंत्रालय है। अब अन्य राज्य भी उसका अनुकरण कर रहे हैं। राज्य में 850 से अधिक विद्यालयों में 40000 दिव्यांगों को शिक्षा प्रदान की जाती है।

इससे पूर्व एकल गीत की प्रस्तुति के बाद सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंदराज ने मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सक्षम के कार्यकर्ता अधिवेशन से प्रेरणा लेकर आगे की यात्रा करेंगे। इस अवसर पर प्रमुख अतिथियों का विशेष सम्मान तथा एकता के विशेष अंक का प्रकाशन सक्षम के संरक्षक डॉ. दयालसिंह पवार, सहित अन्य अतिथियों ने किया।

सुमन चतुर्वेदी ने सक्षम के दृष्टिकोण और संकल्पना की जानकारी दी। स्वाती धारे ने स्वागत किया।

सक्षम की शोभायात्रा – संत सूरदास, महामुनी अष्टावक्र की प्रतिमाओं ने किया ध्यान आकर्षित
सक्षम भारत, समर्थ भारत; जीते-जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान; सक्षम भारतम्, समर्थम भारतम के नारों के साथ आयोजित शोभायात्रा में संत सूरदास, महामुनि अष्टावक्र की 6 फीट की प्रतिमाओं ने रविवार को पुणे का ध्यान आकर्षित किया।

दिव्यांगों की शिक्षा, पुनर्वास, स्वास्थ्य, रोजगार व सामाजिक विकास के लिए देश भर के 43 प्रांतों में काम करने वाली संस्था का विभिन्न प्रांतों के 1500 प्रतिनिधियों के साथ दिव्यांगों का प्रतिबिंब शोभायात्रा में दिखाई दिया।

शोभायात्रा को नियंत्रित करने हेतु 100 स्वयंसेवक सहभागी हुए थे। शोभायात्रा का विविध स्थान पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। प्रतिनिधि अपने अपने राज्य की पारंपरिक वेशभूषाओं में सहभागी हुए थे।

 

प्रेरणादायी दिव्यांग व्यक्तियों का विशेष सम्मान
राजकुमार मटाले ने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों की प्रेरणादाई सफल कथाएं देश के प्रत्येक प्रांत में सक्षम के कार्यकर्ता पहुंचाएंगे। उन्होंने रविवार दोपहर के विशेष सत्र में संबोधित किया।

प्रेरणादायी दिव्यांग व्यक्तित्व के रूप में अहमदाबाद के प्रसिद्ध आईटी उद्यमी शिवम पोरवाल, महाबलेश्वर के प्रसिद्ध उद्यमी राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त भावेश भाटिया, अभिनेत्री गौरी गाडगील और 35 बार गिर्यारोहण करने वाले सागर वसंत बोड़के, इंदौर के ख्यातनाम अंतरराष्ट्रीय तैराक पद्मश्री सत्येंद्र सिंह लोहिया का विशेष सम्मान किया गया।

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