पाकिस्तान में हर वर्ष हजार हिन्दू लड़कियों को अपहृत कर बनाया जा रहा मुसलमान, अधेड़ों से कर दिया जाता है निकाह

पाकिस्तान में हर वर्ष हजार हिन्दू लड़कियों को अपहृत कर बनाया जा रहा मुसलमान, अधेड़ों से कर दिया जाता है निकाह

पाकिस्तान में हर वर्ष हजार हिन्दू लड़कियों को अपहृत कर बनाया जा रहा मुसलमान, अधेड़ों से कर दिया जाता है निकाहपाकिस्तान में हर वर्ष हजार हिन्दू लड़कियों को अपहृत कर बनाया जा रहा मुसलमान, अधेड़ों से कर दिया जाता है निकाह

पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के अपहरण, कन्वर्जन और फिर जबरन निकाह के मामले थम नहीं रहे। वृहस्पतिवार को यहॉं के सिंध प्रांत से फिर एक नाबालिग हिन्दू लड़की को अगवा करके मुसलमान बनाने और एक उम्रदराज व्यक्ति से निकाह कराने का मामला सामने आया है। इस 16 वर्षीय लड़की को बुधवार को उसके गांव हुंगुरू से अगवा कर लिया गया था। अपहरण के बाद उसे समुरा क्षेत्र के पास एक मदरसे में ले जाया गया और कन्वर्जन के बाद एक अधेड़ से उसका निकाह करा दिया गया। बच्ची के माता-पिता को जब उसके मदरसे में होने की जानकारी मिली, तो वे वहॉं पहुंचे, लेकिन मौलवी ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। वे बाहर गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन कट्टरपंथियों पर कोई असर नहीं हुआ।

इससे पहले 4 जुलाई, 2024 को क्षेत्र के ही रहने वाले मुस्लिम जमींदार मोहम्मद इस्माइल के बेटे गुमशाद अली ने चन्नू कोहली के घर में जबरन घुसकर बंदूक की नोक पर उनकी बेटी जमना कोहली का अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद वह उसे मीरपुर गोठ ले गया। वहां पर उसने बच्ची के साथ रेप किया। इसके बाद एक स्थानीय मौलवी की सहायता से उसका इस्लामिक कन्वर्जन करवा दिया गया। बाद में आरोपियों ने गुमशाद अली के साथ ही पीड़िता का जबरन निकाह करवा दिया। 

जून 2023 में 13 वर्ष की सोनिया कुमारी एक दिन अचानक घर से गायब हो गई। घर वालों ने उसे काफी ढूंढा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। दूसरे दिन पुलिस ने घर आकर उन्हें बताया कि उनकी बेटी स्वेच्छा से मुसलमान बन गई है और उसने निकाह कर लिया है। बच्ची का एक निकाहनामा भी तैयार कराया गया, जिसमें अपने मन से निकाह की बात लिखी गई।

लेकिन सोनिया की मां का मानना था कि उसकी बेटी ने धमकियों से डर कर ऐसा किया। जिस व्यक्ति के साथ सोनिया का निकाह कराया गया उसकी आयु 37 वर्ष यानी सोनिया से 24 वर्ष अधिक थी। उस व्यक्ति का पहले से निकाह हो रखा था और उसके कई बच्चों की आयु सोनिया से भी अधिक थी।

जुलाई 2023 में सिंध प्रांत के धारकी क्षेत्र के हिन्दू उद्यमी लीलाराम की बेटियों- चांदनी, रोशनी और परमेश कुमारी का पहले अपहरण किया गया और फिर जबरन उनसे इस्लाम कबूल कराया गया। यह कन्वर्जन पीर जावेद अहमद कादरी ने कराया और फिर उन लड़कियों का निकाह मुसलमान पुरुषों के साथ करा दिया गया।

मार्च 2022 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सुक्कुर जिले की एक हिन्दू लड़की 18 वर्षीय पूजा कुमारी ओड की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जबरन कन्वर्जन और अपहरण के प्रयास में असफल रहने पर जिहादियों ने उसके सिर में गोली मार दी।

19 अगस्त, 2021 को पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत में सुक्कुर के पास एक छोटे से शहर संगरार में मुहर्रम के जुलूस में शरबत बांट रही सात वर्ष की हिन्दू बच्ची प्रिया पाल अचानक गायब हो गई। बच्ची के पिता राजकुमार पाल बताते हैं, मेरी बेटी शरबत परोस रही थी कि लापता हो गई। आज तीन वर्ष बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। किसी भी गवाह को यह याद नहीं है कि उसने 2021 आशूरा जुलूस के दौरान भारी भीड़ के बावजूद उसे गायब होते देखा था। हमने बहुत खोज-बीन की, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला।

21 मार्च 2019 सिंध के घोटकी जिले में दो नाबालिग हिन्दू लड़कियों को अपहरण के बाद जबरन मुसलमान बनाकर उनका निकाह करवा दिया गया। इन लड़कियों रवीना (13) और रीना (15) को होली के दिन शाम को उठा लिया गया। उनके अपहरण का एक विडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें एक काजी उनका निकाह करा रहा था।

19 मार्च 2019 को मेघवार समुदाय की लड़की का अपहरण हो गया। लड़की बादिन जिले के तांदो बाघो की रहने वाली थी। पीड़िता के पिता रंगेलु राम ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उन्हें अपनी लापता बेटी को खोजने में कोई सहायता नहीं मिली। मेघवार को दरिंदे बीच सड़क से उठा ले गए थे। उसके अपहरण का भी वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें अपहरणकर्ता लड़की के बाल पकड़कर उसे घसीटते हुए ले जाते दिख रहे थे। सरेराह इस वारदात को देखकर भी लोग अपने रास्ते चलते रहे। किसी ने उन दरिंदों को रोकने का प्रयास नहीं किया। बाद में लड़की के साथ गैंगरेप हुआ। फिर उसे मुसलमान बना कर उसका निकाह उससे आयु में काफी बड़े मुस्लिम व्यक्ति के साथ करा दिया गया।

ये तो कुछ उदाहरण मात्र हैं। पाकिस्तान दारावर इत्तेहाद संगठन के प्रमुख शिवा फकीर काची पाकिस्तान में हिन्दुओं की दुर्दशा को स्वीकार करते हुए कहते हैं कि, “हिन्दू परिवारों के लिए अब यह एक नियमित घटना बन गई है, उनकी युवा बेटियों और बहनों को अपहृत कर जबरन ले जाया जाता है और उन्हें मुसलमान बनाकर मुस्लिम पुरुषों से जबरन उनका निकाह करा दिया जाता है। अधिकांश मामलों में ये पुरुष आयु में उनसे बहुत बड़े होते हैं।” 

ये घटनाएं सिंध प्रांत में सर्वाधिक होती हैं क्योंकि पाकिस्तान में 1.6 प्रतिशत हिन्दू हैं और इनमें से 6.51 प्रतिशत हिन्दू सिर्फ सिंध प्रांत में रहते हैं।

अमेरिकन सिंधी फाउंडेशन के अनुसार, सिंध प्रांत में हर वर्ष लगभग 1,000 हिन्दू लड़कियों का अपहरण कर लिया जाता है। उन्हें जबरन मुसलमान बनाया जाता है। इसके बाद मुस्लिमों से निकाह करवा दिया जाता है।

मूवमेंट ऑफ सॉलिडेरिटी एंड पीस की रिपोर्ट के अनुसार भी, पाकिस्तान में हर वर्ष लगभग 1000 अल्पसंख्यक लड़कियों का निकाह उनसे आयु में काफी बड़े मुस्लिम पुरुषों के साथ जबर्दस्ती कर दिया जाता। इन लड़कियों में सबसे बड़ी संख्या सिंध के हिन्दुओं की होती है।

ऐसी घटनाओं पर अपहृत बच्ची प्रिया के पिता राजकुमार पाल कहते हैं, सिंध में एक बड़ा हिन्दू समुदाय है। प्रांत के कई हिस्सों में नाबालिग, किशोरी या यहां तक कि विवाहित हिन्दू महिलाओं का गायब होना कोई असामान्य घटना नहीं है। पुलिस आमतौर पर पीड़ित परिवारों के बजाय अपहरणकर्ताओं का समर्थन करती है। यहॉं के हिन्दू गरीब हैं, पुलिस प्रशासन उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं देता, इसलिए वे आसानी से कट्टरपंथियों का शिकार बन जाते हैं।

मानवाधिकार समूहों और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते 2019 में सिंध विधानसभा में जबरन कन्वर्जन के विरुद्ध एक विधेयक प्रस्तुत किया गया था, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद, एक और बिल लाया गया, लेकिन 2021 में इसे भी खारिज कर दिया गया। जिहादी मानसिकता और हिन्दू विरोध के चलते हिन्दू परिवारों और उनकी बच्चियों पर अत्याचार बदस्तूर जारी है। पता नहीं उनकी चीखें विश्व के मानवाधिकार संगठनों को क्यों सुनायी नहीं देतीं?

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