पंच परिवर्तनों को समझें और जीवन में अपनाएं- जितेंद्र

पंच परिवर्तनों को समझें और जीवन में अपनाएं- जितेंद्र

पंच परिवर्तनों को समझें और जीवन में अपनाएं- जितेंद्रपंच परिवर्तनों को समझें और जीवन में अपनाएं- जितेंद्र

कोटा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इटावा खण्ड द्वारा विजय दशमी के उपलक्ष में विराट पथ संचलन का आयोजन हुआ। मुख्यवक्ता चित्तौड़ प्रांत के प्रांत सह शारीरिक प्रमुख जितेंद्र ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि संघ की स्थापना 1925 में नागपुर के मोहिते के बाड़े में हुई थी। आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 99 वर्ष पूर्ण कर चुका है। शताब्दी वर्ष में संघ कार्य विस्तार तथा दृढ़ीकरण के लिए समय का समर्पण करना है। हम भारत माता के पुत्र हैं। अतः राष्ट्र रक्षा के साथ सामाजिक परिवर्तन के लिए हम सभी को पञ्च परिवर्तन के कार्य भी करने हैं। जैसे, सामाजिक समरसता के अंतर्गत जाति-बिरादरियों में परस्पर सद्भावना प्रोत्साहित करने के कार्य, करने हैं। कुटुंब प्रबोधन के अंतर्गत परिवार जन में स्नेह एवं समर्पण का भाव हो, स्व के बोध के अंतर्गत अपनी भाषा-बोली, उत्पाद, इतिहास, संस्कृति, विज्ञान पर गौरव हो, पर्यावरण सुरक्षा के अंतर्गत पॉलिथिन का उपयोग बन्द करें, पौधारोपण करें, स्वच्छता बनाये रखें, की दिशा में काम करना है, साथ ही नागरिक कर्तव्यों के अंतर्गत राष्ट्र के प्रति अपने दायित्व यथा सार्वजनिक सम्पत्ति का संरक्षण, राष्ट्र नायकों के प्रति आदर भाव, ट्रैफिक नियमों का पालन आदि विविध कार्यों को आचरण में लाना हमारी प्राथमिकता बने। समाज जिस दिन इन पंच परिवर्तनों को अपना लेगा, भारत परम वैभव पर आसीन हो जाएगा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाबूलाल नाटानी (गेंता) थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कोटा जिला माननीय संघचालक गोपाल लाल ने अध्यक्षता की। उत्सव का शुभारंभ अतिथियों द्वारा शस्त्र पूजन कर किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ

कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवक

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