पेरिस पैरालिंपिक 2024: भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन, अब तक 20 पदक प्राप्त किए

पेरिस पैरालिंपिक 2024: भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन, अब तक 20 पदक प्राप्त किए

पेरिस पैरालिंपिक 2024: भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन, अब तक 20 पदक प्राप्त किएपेरिस पैरालिंपिक 2024: भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन, अब तक 20 पदक प्राप्त किए

पेरिस पैरालिंपिक 2024 में खेलों में भारत का अब तक का प्रदर्शन प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय रहा है। 1972 से प्रारंभ हुई इस यात्रा में भारतीय पैरालिंपियनों ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से वैश्विक खेल मंच पर अपना परचम लहराया है। पेरिस पैरालिंपिक 2024 में भारत ने अब तक कुल 20 मेडल जीते हैं, जो किसी भी पैरालिंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने 3 गोल्ड, 7 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त किए हैं। भारत ने टोक्यो पैरालिंपिक 2021 में जीते गए 19 मेडल का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। भारतीय दल के प्रमुख खिलाड़ियों में अवनी लेखरा (शूटिंग में गोल्ड), नितेश कुमार (बैडमिंटन में गोल्ड), और सुमित अंतिल (जैवलिन थ्रो में गोल्ड) सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त, एथलेटिक्स और बैडमिंटन में भी भारतीय खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इस बेहतरीन प्रदर्शन के साथ, भारत अब पैरालिंपिक के पदक तालिका में 17वें स्थान पर है। पेरिस पैरालिंपिक 2024 खेल 28 अगस्त 2024 से प्रारम्भ हुए थे और 8 सितंबर 2024 तक चलेंगे। अभी कुछ दिन शेष हैं। भारतीय दल के पास अभी और मेडल जीतने का अवसर है।

भारतीय पैरालिंपियन अपनी मेहनत और संकल्प से विश्व को दिखा रहे हैं कि विकलांगता कभी भी किसी के सपनों की उड़ान को रोक नहीं सकती। पेरिस पैरालिंपिक 2024 में भी भारतीय खिलाड़ियों से उम्मीदें हैं कि वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे और देश को गौरवान्वित करेंगे।

भारत का पैरालिंपिक इतिहास

भारत ने पैरालिंपिक खेलों में 1972 में पदार्पण किया, जब मुरलीकांत पेटकर ने तैराकी में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। इस जीत ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक नया अध्याय लिखा, जो अब तक जारी है। 2016 के रियो पैरालिंपिक में भारत ने कुल 4 पदक जीते थे, जिसमें 2 स्वर्ण पदक सम्मिलित थे। 2020 टोक्यो पैरालिंपिक भारत के लिए सबसे सफल रहा, जहां भारतीय खिलाड़ियों ने 19 पदक (5 स्वर्ण, 8 रजत, 6 कांस्य) जीते। यह सफलता दर्शाती है कि भारतीय पैरालिंपियनों ने कैसे चुनौतियों को पार कर अपने देश का नाम रोशन किया है।

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