प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाया जाएगा रामलला का प्राण प्रतिष्ठा दिवस
प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाया जाएगा रामलला का प्राण प्रतिष्ठा दिवस
अयोध्या धाम। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की बैठक 25 नवंबर को मणिराम दास छावनी में हुई। बैठक में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर के निर्माण कार्य को लेकर चर्चा की गई तथा प्राण प्रतिष्ठा दिवस को हर वर्ष प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय…..
1. संतों से परामर्श के पश्चात यह तय किया गया कि जिस प्रकार सभी हिन्दू उत्सव और पर्व हिंदी तिथि एवं पंचांग के अनुसार मनाए जाते हैं, उसी प्रकार प्रभु श्री रामलला सरकार की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ को प्रति वर्ष पंचांग अनुसार पौष शुक्ल द्वादशी अर्थात कूर्म द्वादशी को मनाया जाए। इस तिथि को प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में जाना जाएगा। वर्ष 2025 में यह तिथि 11 जनवरी को होगी।
2. परिसर में यात्री सेवा केंद्र के निकट 3000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में अपोलो अस्पताल, दिल्ली द्वारा अत्याधुनिक हेल्थ केयर सिस्टम विकसित किया जाएगा।
3. परिसर के दक्षिणी कोने में 500 लोगों के बैठने के लिए प्रेक्षागृह, अतिथि समागृह तथा ट्रस्ट के कार्यालय निर्माण के लिए महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज ने शिलापट्ट का अनावरण कर शुभारंभ किया।
4. गर्मी और वर्षा से यात्रियों को बचाने हेतु मंदिर परिसर में अस्थायी जर्मन हैंगर लगाए गए थे। अब यहां 9 मीटर चौड़े और लगभग 600 मीटर लंबे स्थाई शेड का निर्माण होगा।
5. निर्माण प्रगति में क्रमशः सप्त मंडल मंदिर मार्च तक शेषावतार मंदिर अगस्त तक और मंदिर का बाहरी परकोटा अक्टूबर तक बनकर पूर्ण होगा।