राममय भारत हमारा
भानुजा श्रुति
राममय भारत हमारा
आज जन जन ने पुकारा
हे प्रभु तुम आ चुके हो
आनंदित है मन हमारा।
पुष्प पल्लव खिल चुके हैं
नाम गायन कर रहे हैं
मातृभूमि है सुगंधित
राग गुंजन हो रहे हैं।
भव्य मंदिर में विराजे
बाल मुख प्रभु मुस्कुराते
राष्ट्र के आधार हो तुम
आज हम सब सिर झुकाते।
हृदय झंकृत है हमारा
राम जी का है सहारा
आज हम सब याद रखें
त्याग और जीवन तुम्हारा।
बहुत उत्तम