मातृशक्ति पौधे लगाकर प्रति वर्ष उनका जन्मदिन मनाने का संकल्प ले : निम्बाराम
मातृशक्ति पौधे लगाकर प्रति वर्ष उनका जन्मदिन मनाने का संकल्प ले : निम्बाराम
• सैकड़ों महिलाओं ने एक दिन में लगाए एक हजार वृक्ष
जयपुर, 4 सितंबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि हम पौधारोपण केवल फोटो के लिए न करें। आज रोपा हुआ पौधा जीवित रहे, इतनी चिंता और हमारा संकल्प होना चाहिए। मातृशक्ति अपने घरों के आगे अपने नाम से न्यूनतम एक वृक्ष लगाकर उसको पालने और हर वर्ष उसका जन्मदिन मनाने का आज संकल्प ले। वे बुधवार को अमृता देवी प्रकृति संवर्धन अभियान के अंतर्गत प्रताप नगर सेक्टर 7 स्थित प्रज्ञासागर उद्यान में मातृशक्ति द्वारा आयोजित सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश हमें सब कुछ देता है, हम भी देश को देना सीखें। हम केवल लेते रहे और देने की दिशा मे कोई प्रयास नहीं हो तो यह कितने दिन चलेगा? एक दिन प्रलय को आना ही है। वायनाड इसका प्रत्यक्ष और ताजा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को लेकर पूरे देश और दुनिया में बडी चिंता है। पिछले 20 वर्षों में वनों की जिस प्रकार कटाई हुई है, वह निश्चित ही परेशान करने वाला विषय है। वृक्षारोपण कर इस परिदृश्य को बदलना होगा, जिसमें हम सब की सक्रिय भूमिका चाहिए, विशेषकर उपस्थित मातृशक्ति की। वैसे भी आज अमृता देवी पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक हैं और इस दिशा में काम करने वाले लोगों की प्रेरणास्रोत। ऐसे ही उपस्थित मातृशक्ति अपने अपने क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण कर इस कार्य को आगे बढ़ने का कार्य बेहतर तरीके से कर सकती है और देश में कई स्थानों पर ऐसा कर भी रही है। उन्होंने वृक्षों व पर्यावरण का महत्व बताते हुए वृक्षों की रक्षा हेतु अमृता देवी सहित 363 मातृशक्ति के बलिदान को भी याद किया। साथ ही तुलसी-पीपल इत्यादि पौधों के वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डाला। वे इस कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के रूप में आमंत्रित थे।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता सुमन शेखावत ने भी पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन की दिशा में मातृशक्ति की भूमिका को अहम् बताया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विवेकानंद आश्रम के स्वामी एस.पी. आचार्य ने अंग्रेजी शब्द ‘WATCH’ की व्याख्या करते हुए उसके पीछे छुपे संदेश को सबके सामने रखा। उन्होंने कहा कि मानव को शब्द, क्रिया, विचार, चरित्र और स्वास्थ्य पर सतत वॉच रखना चाहिए। ऐसा करेंगे तो हम सच्चे मानव बन सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आप जो स्वयं के लिए चाहते हैं, उसे ही दूसरों को देना शुरू करिए। जैसा आप देंगे वैसा ही आपको ईश्वर देगा।
इस अवसर पर स्वामीजी ने भी पर्यावरण से संबंधित विचार रखे।
मंचीय कार्यक्रम के उपरांत क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने पौधा लगाकर वृक्षारोपण कार्य की शुरुआत की। इसके बाद उपस्थित सैकड़ों महिलाओं ने एक ही दिन में 1000 पौधे लगाकर उनके पालन-पोषण का संकल्प लिया।