समिति शिक्षा वर्ग एक साधना – वजीरानी
समिति शिक्षा वर्ग एक साधना – वजीरानी
राष्ट्र सेविका समिति चित्तौड़ प्रान्त का “प्रवेश शिक्षा वर्ग-2024” 18 जून से “राष्ट्रस्य सुदृढाशक्तिः, समाज स्य च धारिणी। भारते संस्कृता नारी, मता नारायणी सदा” वाक्य से प्रारम्भ हुआ।
3 जून 2024 तक चलने वाला यह वर्ग आदर्श विद्या मन्दिर (सेक्टर-ए शास्त्री नगर) भीलवाड़ा में आयोजित हो रहा है। वर्ग में चित्तौड़ प्रांत के 8 विभागों के सभी जिलों से 150, जयपुर प्रांत से 30 शिक्षार्थी और 50 शिक्षिका व प्रबंधिका इस पूर्ण आवासीय शिविर में भाग ले रही हैं।
शिविर के सफल संचालन और राष्ट्र उन्नति की कामना के साथ प्रातः यज्ञ हवन में सभी 230 सेविकाओं ने आहुतियां दीं। उद्घाटन सत्र में अखिल भारतीय निधि प्रमुख और चित्तौड़ प्रांत कार्यवाहिका वंदना वजीरानी के उद्धबोधन से प्रवेश वर्ग प्रारंभ हुआ।
हंसाराम गुरुजी ने शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ग में संस्कार का निर्माण होता है। केवल डिग्री लेने से गुणवान नहीं हो सकते। हमें कर्म और संस्कारों से अपने भाग्य को प्रबल करना है। वर्ग से संस्कारवान कार्यकर्ता और शुद्ध भावना का निर्माण होता है।
वंदना वजीरानी ने प्रशिक्षण वर्गों का महत्व बताते हुए कहा कि चिरायु संगठन के लिए सक्षम कार्यकर्ता की आवश्यकता होती है और समिति शिक्षा वर्ग कार्यकर्ता निर्माण की पहली सीढ़ी है। यह एक साधना है। इसी उद्देश्य से प्रतिवर्ष शिक्षा वर्ग का आयोजन किया जाता है। इस प्रशिक्षण को लेकर सेविका को निश्चित ही अपने कार्यक्षेत्र में समिति कार्य विस्तार के साथ-साथ स्वयं का विकास भी अनुभव होगा। हमारा उद्देश्य स्वार्थ से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में कार्य करना होना चाहिए। गिलहरी ने राम सेतु में जिस प्रकार योगदान दिया, वैसे ही हम भी राष्ट्र कार्य में योगदान करें।
इस प्रवेश शिक्षा वर्ग में भाग ले रही प्रांत भर से आई हुई गृहणियां, तरुणियां, विद्यार्थी, सेविकाएं आगामी 15 दिनों तक शारीरिक, बौद्धिक प्रशिक्षण के साथ साथ विभिन्न राष्ट्रीय, सामाजिक व संगठनात्मक विषयों पर चर्चा, उद्धबोधन, कार्यशाला व कार्यक्रमों से प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी। प्रवेश वर्ग में पूर्ण वर्ग अवधि के लिए वर्गाधिकारी सुशीला पारीक, वर्ग कार्यवाहिका मनीषा जाजू सहित विभिन्न अखिल भारतीय और प्रांत, विभाग की पदाधिकारी सेविकाओं की उपस्थिति भी रहेगी।