सर्व हिन्दू समाज का विराट शक्ति प्रदर्शन, मदरसे के नाम भूमि आवंटन निरस्त
सर्व हिन्दू समाज का विराट शक्ति प्रदर्शन, मदरसे के नाम भूमि आवंटन निरस्त
मावली, 23 सितंबर। मेवाड़ की पावन धरा मावली में प्रभु श्री एकलिंग नाथ जी की अगुवाई में सर्व हिन्दू समाज ने आक्रोश रैली निकाली और कस्बे में पूर्ववर्ती राज्य सरकार द्वारा मदरसे के लिए अवैध रूप से भूमि आवंटन का कड़ा विरोध करते हुए आवंटन निरस्त करने की मांग की। जिसे अंततः स्वीकार कर लिया गया।
पूर्व की राज्य सरकार ने जल भराव वाली विवादित भूमि को मदरसे के नाम पर आवंटित कर दिया था, जिसे निरस्त करने के लिए प्रशासन को समय-समय पर विभिन्न संगठनों द्वारा अवगत कराया गया। परन्तु बार बार चेताने के बावजूद प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, विवश होकर सर्व हिन्दू समाज को सड़क पर उतरना पड़ा। इसको लेकर विविध समाजों के प्रबुद्ध लोगों ने प्रशासन को उचित प्रकार से कार्रवाई नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी, लेकिन प्रशासन शांत बैठा रहा।
इस आंदोलन के अंतर्गत सोमवार को सर्व हिन्दू समाज ने हिन्दू शक्ति संगम और आक्रोश रैली निकाल कर अनिश्चितकालीन धरना एवं प्रदर्शन किया, जिसमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं-पुरुष सहित सभी जाति बिरादरियों के लोगों ने भाग लिया। इस विराट प्रदर्शन में संत समाज ने भी सहभागिता की और अवैध आवंटन के विरुद्ध आक्रोश जताया। सुबह 9 बजे से ही पुराने बस स्टैंड पर लोगों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई थी। 11 बजे तक तो जैसे पूरे मावली नगर में जनसैलाब छा गया।
प्रारम्भ में पुराने बस स्टैंड पर एक सभा का आयोजन कर हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया। इसके पश्चात संतों के नेतृत्व में सर्व हिन्दू समाज ज्ञापन देने के लिए बस स्टैंड से होते हुए मावली तहसील कार्यालय पर पहुंचा, जहां पर यह विशाल जन सैलाब मदरसे के आवंटन को निरस्त करने सहित अन्य मांगों को लेकर धरने पर बैठ गया। हिन्दू समाज की प्रतिनिधि टोली ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर स्थानीय विषय से अवगत कराया। इस अवसर पर हिन्दू समाज के विविध संगठनों एवं जातियों की ओर से भी ज्ञापन देकर आवंटन का कड़ा विरोध जताया गया। इस दौरान प्रशासन एवं सरकार से लगातार संवाद होने के बाद जिला कलेक्टर ने आवंटित भूमि को निरस्त करने का आदेश दे दिया। निरस्तीकरण का आदेश आने के बाद उपस्थित जन समूह में हर्ष व्याप्त हो गया। प्रदर्शन में शामिल पुरुष और महिलाएं ख़ुशी से नाचने लगे। इतने जन सैलाब के बाद भी प्रदर्शन शांतिपूर्ण एवं अनुशासित रहा। पुलिस और प्रशासन ने इसकी प्रशंसा की।