हमें स्वाधीन भारत का अभिमानी नागरिक बनना होगा- माधुरी ताई
हमें स्वाधीन भारत का अभिमानी नागरिक बनना होगा- माधुरी ताई
चित्तौड़। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) का एक दिवसीय महिला सम्मेलन चित्तौड़ के सांवलिया जी धाम में रविवार को आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारतमाता और मॉं सरस्वती के चित्र के समक्ष पुष्पार्चन व दीप प्रज्वलन से हुआ। उद्घाटन सत्र में मुख्यवक्ता राष्ट्र सेविका समिति की राष्ट्रीय सदस्य माधुरी ताई ने कहा कि स्वाधीनता के दशक बीत जाने के बाद भी हम गुलामी की मानसिकता से बाहर नहीं निकल पाए। हमें इससे निकलकर भारत के स्व को पहचानना होगा और स्वाधीन भारत का अभिमानी नागरिक बनना होगा। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगे का उद्देश्य भी यही था। उन्होंने कहा राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की महती भूमिका है।
मुख्य अतिथि दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि महिलाएं ही हैं, जो विषम परिस्तिथियों में भी कार्य को अंजाम देने में हिचकती नहीं। यह उनकी शक्ति है। सत्र की अध्यक्षता राज. शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) की उपाध्यक्ष डॉ. अरुणा शर्मा ने की।
द्वितीय सत्र में शिक्षक संघ की प्रदेश महिला मंत्री व वक्ता जयमाला पानेरी ने सम्मेलन के उद्देश्य की जानकारी देते हुए अपने विचार रखे। अध्यक्षता सह संगठन मंत्री सुशीला जाट ने की।
समारोप सत्र में मुख्य अतिथि जन प्रतिनिधि अर्जुनलाल जीनगर ने कहा कि मैं स्वयं शिक्षक संघ से जुड़ा रहा हूं। संगठन का उद्देश्य सबसे पहले राष्ट्र हित है। सम्मेलन में इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं का आना और चिंतन करना गौरव की बात है।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश (राजस्थान) संगठन मंत्री घनश्याम, शिक्षक संघ के प्रदेश संगठन मंत्री प्रह्लाद शर्मा, सभाध्यक्ष अरविंद व्यास, प्रदेश अध्यक्ष नवीन शर्मा समेत अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।