सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए काम करें- कटारा
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सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए काम करें- कटारा
– शान से निकला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पथ संचलन
– 33 गांवों के स्वयंसेवक हुए शामिल
बांसवाड़ा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने को हैं, इसी उपलक्ष्य में रविवार को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर कुशलगढ़ तहसील के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उपखंड लोहारिया बड़ा के स्वयंसेवकों ने देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता एवं सामाजिक समरसता के भाव को लेकर पथ संचलन का आयोजन किया। लोहारिया बड़ा बस स्टैंड से प्रारंभ हुआ संचलन कई गांवों से गुजरा। जिसमें 33 गांवों के 416 स्वयंसेवकों ने भारत माता की जय एवं जय श्रीराम के उद्घोष के साथ कदम से कदम मिलाए। स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा कर संचलन का स्वागत किया सुसज्जित भारत माता की झांकी देख सब झूम उठे। इस अवसर पर कुशलगढ़ खंड के संघ चालक कैलाश बारोट आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग महाविद्यालय विद्यार्थी कार्य प्रमुख गोतम लाल कटारा ने अपने उद्धबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 99 वर्ष के गौरवशाली इतिहास, पंच परिवर्तन आदि विषयों पर सभी का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा, अंग्रेजों के जाने के बाद इस जनजाति क्षेत्र में विधर्मियों द्वारा भारतीय संस्कृति और उसके जीवन मूल्यों से देश के नौजवानों को अलग करने का प्रयास सतत रूप से जारी है। हमारी जड़ों को काटने का प्रयास पुरजोर तरीके से किया जा रहा है। हम सब को इससे सचेत रहना है। अपनी संस्कृति, गौरवशाली इतिहास और महापुरुषों- मावजी महाराज, बिरसा मुंडा, गोविंद गुरु, मामा बालेश्वर दयाल, राणा पुंजा, महाराणा प्रताप, शिवाजी, डटिया भील, काली बाई, सन्त रैदास , मीरा बाई आदि के आदर्शों पर चलते हुए अपनी संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखना है। इसके लिए तन मन धन से कार्य करने की और हमें अग्रसर होना है। उन्होंने कहा, हमारे अंदर देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें का भाव सर्वोपरि होना चाहिए। हमें भारत भूमि को विश्व गुरु के पद पर आसीन करने के लिए समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करना होगा और समरसता का भाव जागृत कर भारतीय जीवन मूल्यों को आत्मसात करते हुए अपने लक्ष्य तक पहुंचना होगा।