पंचांग 4 मार्च 2022
पंचांग 4 मार्च 2022 सुविचार यावत्स्वस्थो ह्ययं देहः तावन्मृत्युश्च दूरतः। तावदात्महितं कुर्यात् प्रणान्ते किं करिष्यति।।…
पंचांग 4 मार्च 2022 सुविचार यावत्स्वस्थो ह्ययं देहः तावन्मृत्युश्च दूरतः। तावदात्महितं कुर्यात् प्रणान्ते किं करिष्यति।।…
पंचांग 3 मार्च 2022 सुविचार नास्ति कामसमो व्याधिर्नास्ति मोहसमो रिपुः। नास्ति कोप समो वह्नि नास्ति…
पंचांग 2 मार्च 2022 सुविचार वित्तेन रक्ष्यते धर्मों विद्या योगेन रक्ष्यते। मृदुना रक्ष्यते भूपः सत्स्त्रिया…
पंचांग 28 फरवरी 2022 सुविचार अन्यथा वेदपांडित्यं शास्त्रमाचारमन्यथा। अन्यथा वदतः शान्तं लोकाः क्लिश्यन्ति चान्यथा।। भावार्थ…
पंचांग 27 फरवरी 2022 सुविचार आलस्योपहता विद्या परहस्तं गतं धनम्। अल्पबीजहतं क्षेत्रं हतं सैन्यमनायकम्।। भावार्थ…
पंचांग 26 फरवरी 2022 सुविचार एकोदरसमुघूता एक नक्षत्र जातका। न भवन्ति समा शीले यथा बदरिकण्टका।।…
पंचांग 25 फरवरी 2022 सुविचार चला लक्ष्मीश्चलाः प्राणाश्चले जीवितमन्दिरे। चलाचले च संसारे धर्म एको हि…
पंचांग 24 फरवरी 2022 सुविचार सत्येन धार्यते पृथ्वी सत्येन तपते रविः। सत्येन वाति वायुश्च सर्वं…
पंचांग 22 फरवरी 2022 सुविचार अधना धनमिच्छन्ति वाचं चैव चतुष्पदाः। मानवाः स्वर्गमिच्छन्ति मोक्षमिच्छन्ति देवताः।। भावार्थ…
पंचांग 20 फरवरी 2022 सुविचार नास्ति मेघसमं तोयं नास्ति चात्मसमं बलम्। नास्ति चक्षुसमं तेजो नास्ति…
पंचांग 19 फरवरी 2022 सुविचार वृथा वृष्टिः समुद्रेषु वृथा तृप्तेषु भोजनम्। वृथा दानं धनाढ्येषु वृथा…
पंचांग 18 फरवरी 2022 सुविचार विद्या मित्रं प्रवासेषु भार्या मित्रं गृहेषु च। व्याधितस्यौषधं मित्रं धर्मों…
पंचांग 17 फरवरी 2022 सुविचार दारिद्र्यनाशनं दानं शीलं दुर्गतिनाशनम्। अज्ञानतानाशिनी प्रज्ञा भावना भयनाशिनी।। भावार्थ दान…
पंचांग 16 फरवरी 2022 सुविचार अभ्यासाद्धार्यते विद्या कुलं शीलेन धार्यते। गुणेन ज्ञायते त्वार्यं कोपो नेत्रेण…
पंचांग 15 फरवरी 2022 सुविचार आलस्योपहता विद्या परहस्तं गतं धनम्। अल्पबीजहतं क्षेत्रं हतं सैन्यमनायकम्।। भावार्थ…
पंचांग 14 फरवरी 2022 सुविचार तावद् भयेषु भेतव्यं यावष्यमनागतम्। आगतं तु भयं दृष्ट्वा प्रहर्तव्यमशंकया।। भावार्थ आपत्तियों…
पंचांग 13 फरवरी 2022 सुविचार यथा चतुर्भिः कनकं परीक्ष्यते निर्घषणच्छेदन तापताडनैः।तथा चतुर्भिः पुरुषः परीक्ष्यते त्यागेन…
पंचांग 12 फरवरी 2022 सुविचार अपुत्रस्य गृहं शून्यं दिशः शून्यास्त्वबान्धवाः।। मूर्खस्य हृदयं शून्यं सर्वशून्यं दरिद्रता।।…