पंचांग 1 जनवरी 2022
पंचांग 1 जनवरी 2022 सुविचार दानं प्रियवाक्सहितं ज्ञानमगर्वं क्षमान्वितं शौर्यम्।। वित्तं दानसमेतं दुर्लभमेतत् चतुष्टयम्॥ भावार्थ…
पंचांग 1 जनवरी 2022 सुविचार दानं प्रियवाक्सहितं ज्ञानमगर्वं क्षमान्वितं शौर्यम्।। वित्तं दानसमेतं दुर्लभमेतत् चतुष्टयम्॥ भावार्थ…
पंचांग 31 दिसम्बर 2021 सुविचार दानानां च समस्तानां चत्वार्यतानि भूतले।। …
पंचांग 30 दिसम्बर 2021 सुविचार अव्याकरणमधीतं भिन्नद्रोण्या तरंगिणी तरणम्। भेषजमपथ्यसहितं त्रयमिदमकृतं वरं न कृतम्॥ भावार्थ…
पंचांग 29 दिसम्बर 2021 सुविचार माधुर्यं अक्षरव्यक्तिः पदच्छेदस्तु सुस्वरः।। धैर्य लयसमर्थं च षडेते पाठके गुणाः॥…
पंचांग 26 दिसम्बर 2021 सुविचार आरोग्य बुद्धि विनयोद्यम शास्त्ररागाः। आभ्यन्तराः पठन सिद्धिकराः भवन्ति। भावार्थ आरोग्य,…
पंचांग 25 दिसम्बर 2021 सुविचार विद्या वितर्का विज्ञानं स्मति: तत्परता किया। यस्यैते षड्गुणास्तस्य नासाध्यमतिवर्तते॥ भावार्थ…
पंचांग 24 दिसम्बर 2021 सुविचार नास्ति विद्यासमो बन्धुर्नास्ति विद्यासमः सुहृत्।। नास्ति विद्यासमं वित्तं नास्ति विद्यासमं…
पंचांग 23 दिसम्बर 2021 सुविचार श्रियः प्रदुग्धे विपदो रुणद्धि यशांसि सूते मलिनं प्रमार्टि।।संस्कारशौचेन परं पुनीते…
पंचांग 21 दिसम्बर 2021 सुविचार हर्तृ र्न गोचरं याति दत्ता भवति विस्तृता। …
पंचांग 19 दिसम्बर 2021 सुविचार विद्या नाम नरस्य कीर्तिरतुला भाग्यक्षये चाश्रयो धेनुः कामदुधा रतिश्च विरहे…
पंचांग 17 दिसम्बर 2021 सुविचार यस्य नास्ति स्वयं प्रज्ञा, शास्त्रं तस्य करोति किं।लोचनाभ्याम विहीनस्य, दर्पण:किं…
पंचांग 16 दिसम्बर 2021 सुविचार प्रकृत्यैव विभिद्यन्ते गुणा एकस्य वस्तुनः। …
पंचांग 15 दिसम्बर 2021 सुविचार निम्नोन्नतं वक्ष्यति को जलानाम् विचित्रभावं मृगपक्षिणां च।माधुर्यमिक्षौ कटुतां च निम्बे…
पंचांग 14 दिसम्बर 2021 सुविचार अद्रोहः सर्वभूतेषु कर्मणा मनसा गिरा। …
पंचांग 13 दिसम्बर 2021 सुविचार शीलं रक्षतु मेघावी प्राप्तुमिच्छुः सुखत्रयम्। प्रशंसां वित्तलाभं च प्रेत्य स्वर्गे…
पंचांग 12 दिसम्बर 2021 सुविचार परोपदेशकुशलाः दृश्यन्ते बहवो जनाः।। स्वभावमतिवर्तन्तः सहस्रेषु अपि दुर्लभाः॥ भावार्थ इस…
पंचांग 10 दिसम्बर 2021 सुविचार काकस्य गात्रं यदि काञ्चनस्य माविक्यरत्नं यदि चञ्चुदेशे।एकैकपक्षे ग्रथितं मणीनाम् तथापि…
पंचांग 9 दिसम्बर 2021 सुविचार इन्टुं निन्दति तस्करो गृहपतिं जारो सुशीलं खलः साध्वीमप्यसती कुलीनमकुलो जह्यात् जरन्तं…