झाड़ फूंक की आड़ में महिलाओं का देह शोषण करने वाला आलिम रफीक गिरफ्तार, मीडिया ने लिखा तांत्रिक और बाबा
झाड़ फूंक की आड़ में महिलाओं का देह शोषण करने वाला आलिम रफीक गिरफ्तार, मीडिया ने लिखा तांत्रिक और बाबा
जयपुर। झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ थाना पुलिस ने पश्चिम बंगाल निवासी रफीक को महिलाओं को भूत-प्रेत का डर दिखाकर उनका देह व आर्थिक शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी का पूरा नाम रफीक मण्डल उर्फ अली खान है। वह दक्षिण शाहपुर कुरली, पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। आरोपी के वालिद का नाम नूर मंडल है। रफीक स्वयं को तंत्र-मंत्र व जादू टोने का विशेषज्ञ बताकर पहले महिलाओं को अपने जाल में फंसाता और फिर उनका शोषण करता था। अफसोस की बात है, मीडिया उसे तांत्रिक और बंगाली बाबा बताकर रिपोर्टिंग कर रहा है। ये शब्द हिन्दू साधुओं के लिए प्रयोग किए जाते हैं। ऐसी रिपोर्टिंग से व्यक्ति नाम न पढ़े, तब तक अपराधी के हिन्दू होने का आभास होता है। इससे हिन्दू साधु अकारण बदनाम होते हैं।
रफीक उर्फ अली खान की असलियत तब सामने आयी, जब जयपुर, सीकर, दिल्ली और लक्ष्मणगढ़ समेत अनेक स्थानों पर रहने वाली कई महिलाओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि एक व्यक्ति उन्हें मानसिक परेशानियों का हल देने के नाम पर बुलाता है और भूत-प्रेत व जादू टोने का भय दिखाकर उनका मानसिक व शारीरिक शोषण करता है। पुलिस जांच में भी यह खुलासा हुआ है कि आरोपी मानसिक रूप से परेशान और असहाय महिलाओं को अपने जाल में फंसाने के लिए भूत प्रेतों और बुरी शक्तियों का भय दिखाता था। फिर नशीली दवा पिलाकर उनका देह शोषण करता था। महिलाओं के विरोध करने पर उन्हें धमकी देकर चुप रहने को विवश कर बाद में ब्लैकमेल करता था और उनसे पैसे वसूलता था। पुलिस के अनुसार, आरोपी महिलाओं की निजी जानकारियों का भी दुरुपयोग करता था और उनके जीवन के निजी मुद्दों का अपने लाभ के लिए उपयोग करता था।
नवलगढ़ पुलिस ने आरोपी के पास से हड्डियां और नशीली दवाएं बरामद की हैं। आरोपी ने अपनी असली पहचान छिपाने के लिए कई फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखे थे, जिन्हें वह अलग-अलग स्थानों पर उपयोग में लाता था।
आरोपी के विरुद्ध कई राज्यों में ऐसे ही मामलों में संलिप्तता के आरोप हैं। आरोपी की दो बीवियां हैं।
झुंझुनूं पुलिस ने विभिन्न राज्यों में महिलाओं के साथ हुए अपराधों की जांच शुरू कर दी है और आरोपी के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। पुलिस की प्राथमिकता है कि अन्य पीड़ित महिलाएं भी सामने आएं, ताकि आरोपी के अपराधों की पूरी जानकारी मिल सके और उसे कठोर दंड मिले।