राष्ट्र एवं शिक्षक हित में काम करने वाला राजस्थान का सबसे बड़ा संगठन है शिक्षक संघ राष्ट्रीय- पुष्करणा

राष्ट्र एवं शिक्षक हित में काम करने वाला राजस्थान का सबसे बड़ा संगठन है शिक्षक संघ राष्ट्रीय- पुष्करणा

राष्ट्र एवं शिक्षक हित में काम करने वाला राजस्थान का सबसे बड़ा संगठन है शिक्षक संघ राष्ट्रीय- पुष्करणाराष्ट्र एवं शिक्षक हित में काम करने वाला राजस्थान का सबसे बड़ा संगठन है शिक्षक संघ राष्ट्रीय- पुष्करणा

राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने सम्पूर्ण राजस्थान में सभी उपशाखाओं व जिलों में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती समरसता दिवस के रूप में मनायी। कार्यक्रमों में सभी शिक्षकों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

इस अवसर पर जिला बूंदी में सामाजिक समरसता संगोष्ठी एवं नवनियुक्त शिक्षकों के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मंचासीन अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कोटा विभाग प्रचारक धर्मराज, विभाग संघ चालक कोटा विभाग पन्नालाल तथा संगठन के प्रदेश संरक्षक उमराव लाल वर्मा रहे।

प्रदेश संरक्षक उमराव लाल वर्मा ने अपने उद्बोधन में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डाला तथा राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान व सिद्धांतों को रेखांकित किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के उद्घोष- गर्व से कहो हम हिन्दू हैं- का स्मरण कराते हुए संगठित रहकर कार्य करने का संदेश दिया एवं महात्मा ज्योतिबा फुले के राष्ट्र निर्माण में योगदान के बारे में बताया, साथ ही सभी शिक्षकों से बाबा साहब के मूल्यों को जीवन में अपनाकर राष्ट्रहित में शिक्षा, शिक्षा हित में शिक्षक, शिक्षक हित में समाज मंत्र के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कोटा विभाग प्रचारक धर्मराज ने अपने उद्बोधन में बाबा साहब अंबेडकर के राष्ट्र निर्माण में योगदान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने जीवनभर अस्पृश्यता के विरोध तथा समाज में व्याप्त रूढ़ियों को समाप्त करने की दिशा में कार्य किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बाबा साहब के जीवन की घटनाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत कर उसका अनुचित लाभ उठाते रहे हैं।

बाबा साहब ने हिन्दू धर्म से संबंधित बौद्ध धर्म को अपनाया न कि अन्य धर्म को। बाबा साहब के समाज सुधार के कार्यों से प्रेरणा पाकर हमें समाज में समरसता लाते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए। राष्ट्र निर्माण के लिए व्यक्ति को आत्मकेंद्रित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए संगठन का विस्तार करना होगा। नवीन कार्यकर्ता तैयार करना और उन्हें वैचारिक परिपक्वता प्रदान करना आवश्यक है। 

प्रथम सत्र का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश शर्मा ने किया।

द्वितीय सत्र में कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अनिल सामरिया ने की। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रमेशचंद पुष्करणा व विशिष्ट अतिथि के रूप में कोटा संभाग संयुक्त निदेशक शिक्षा विभाग तेजकंवर, प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश शर्मा एवं मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा उपस्थित थे।

प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक संघ राष्ट्रीय सम्पूर्ण विश्व में लोकसेवकों का सबसे बड़ा संगठन है, जो हमेशा राष्ट्र हित को ध्यान में रखकर शिक्षकों के प्रत्येक वर्ग के लिए संघर्ष करता है। उन्होंने शिक्षकों से संगठन के राष्ट्रीय हित के विचार को ध्यान में रखकर अपना कार्य सम्पूर्ण निष्ठा से करने का आह्वान किया।

मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महावीर शर्मा ने बाबा साहब के शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करने के ध्येय वाक्य को व्याख्यायित किया। उन्होंने शिक्षक होने के नाते समरसता हेतु करने योग्य प्रयासों पर प्रकाश डाला।

कोटा संभाग संयुक्त निदेशक श्रीमती तेजकंवर ने बताया कि बाबा साहब ने सामाजिक समरसता हेतु अमूल्य योगदान दिया। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए शिक्षक की भूमिका का महत्व बताया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रमेशचंद पुष्करणा ने बाबा साहब के समाज में समरसता लाने तथा अस्पृश्यता के विरुद्ध किए गए प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय राष्ट्र हित और शिक्षक हित में काम करने वाला राजस्थान का सबसे बड़ा संगठन है। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित संगठन के विचार से जुड़े लगभग एक हजार नवनियुक्त शिक्षकों और बड़ी संख्या में उपस्थित मातृशक्ति का अभिनंदन कर राष्ट्र निर्माण में अपना कार्य पूर्ण निष्ठा से करने का आह्वान किया। पुष्करणा ने संगठन के द्वारा सरकार के साथ की गई वार्ता का उल्लेख करते हुए बताया कि संगठन शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु प्रभावी रूप से प्रयासरत है।

जिलाध्यक्ष अनिल सामरिया ने पधारे हुए सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के संयोजक प्रदीप यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। द्वितीय सत्र का संचालन पुष्पेंद्र सिंह ने किया।

इसी क्रम में केकड़ी और सावर उपशाखा द्वारा अम्बेडकर जयंती पर हुए कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा, विद्या भारती के चित्तौड़ प्रांत के पूर्व प्रांत सचिव किशन गोपाल कुमावत सेवानिवृत्त कर्नल दुर्गालाल रैगर ने बाबा साहब के सामाजिक समरसता पर किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए सेवा निवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया और राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़े रहने का आह्वान किया।

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