बांग्लादेशी हिन्दुओं के समर्थन में सड़कों पर उतरा सर्व हिन्दू समाज
बांग्लादेशी हिन्दुओं के समर्थन में सड़कों पर उतरा सर्व हिन्दू समाज
कोटा, 14 अगस्त। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में मंगलवार को सर्व हिन्दू समाज ने प्रदर्शन किया। इस रैली का आयोजन सीएडी ग्राउंड पर हुआ, जहां संतों के नेतृत्व में लोग जुटे। पूरा मैदान भगवा पगड़ी और अरुण पताकाओं से केसरिया रंग में रंग गया। रैली में सबसे आगे संत और उनके पीछे बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष चल रहे थे। रैली के बाद, हाथों में बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग करते हुए पोस्टर, बैनर और तख्तियां लिए हुए प्रदर्शनकारी सीएडी सर्किल से होते हुए सम्भागीय आयुक्त कार्यालय पहुंचे। वहां, कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा और रामधुनी का पाठ किया। इस दौरान महंत रामदास महाराज, प्रभाकर साहेब, इस्कॉन टेंपल के मायापुरवासी प्रभु महाराज, संतगुरु बौद्ध दास महाराज, सन्त कमल दास महाराज, प्रमोद दास महाराज और डॉ. रंजीतानंद महाराज ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सम्भागीय आयुक्त को सौंपा।
ज्ञापन में बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दू समाज पर हो रहे हमलों और अत्याचारों की गंभीर स्थिति का उल्लेख किया गया। ज्ञापन में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने, पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई।
संतों ने बांग्लादेश में पीड़ित हिन्दुओं के लिए मानवाधिकार संस्थाओं और व्यक्तियों की चुप्पी की आलोचना की और भारतीय सुरक्षा बलों को सीमा पर चौकसी बरतने के निर्देश देने की भी मांग की।
रैली में रामदास महाराज ने कहा कि धरती पर निवास करने वाला हर हिन्दू हमारा बंधु है। उन्होंने कहा कि संसद में ओवैसी फिलिस्तीन की जय बोल सकता है, लेकिन हमारे जनप्रतिनिधि बांग्लादेश के हिन्दुओं के लिए आवाज उठाने में खामोश है। डॉ. रंजीतानंद महाराज ने कहा कि पूरा हिन्दू समाज बांग्लादेश के हिन्दुओं के साथ खड़ा है, यह संदेश देने की आवश्यकता है। हिन्दू सुरक्षित रहेगा तो ही भारत समेत कोई भी देश सेकुलर रह सकता है। हमारे शास्त्रों ने हमें जियो और जीने दो की शिक्षा दी है। जीवन की रक्षा प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है। पूरे विश्व में हिन्दू अब एकजुट हो चुका है और किसी भी परिस्थिति व चुनौती से लड़ने के लिए तैयार है। दशरथ दास महाराज ने कहा कि हिन्दू को अपनी शक्ति पहचाननी होगी। सर्व समाज सनातनी के नाते अपनी संगठन शक्ति दिखाएगा।
भारतीय जनप्रतिनिधियों को बांग्लादेश के हिन्दुओं के मुद्दे पर सक्रिय होना चाहिए।