हिन्दू धर्म के संरक्षण के लिए हिन्दू संस्कारों को व्यक्तिगत आचरण में लाएं- वी. शांता कुमारी   

हिन्दू धर्म के संरक्षण के लिए हिन्दू संस्कारों को व्यक्तिगत आचरण में लाएं- वी. शांता कुमारी   

हिन्दू धर्म के संरक्षण के लिए हिन्दू संस्कारों को व्यक्तिगत आचरण में लाएं- वी. शांता कुमारी   हिन्दू धर्म के संरक्षण के लिए हिन्दू संस्कारों को व्यक्तिगत आचरण में लाएं- वी. शांता कुमारी

जयपुर, 25 अक्टूबर। सेविका सब कुछ कर सकती है, एक घंटे की शाखा से मिले प्रशिक्षण से तैयार हुई सेविकाएं, ऐसा भाव लिए बिना अपेक्षा, निस्वार्थ भाव से अपने परिवार, समाज और राष्ट्र में सकारात्मक परिर्वतन लाने के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं। अन्याय व अधर्म का विरोध करना, अपने हिन्दू धर्म के संस्कारों और न्याय का संरक्षण करना सेविका का कार्य है। ये विचार राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका वी. शांता कुमारी ने गुरुवार को राष्ट्र सेविका समिति जयपुर प्रांत सांगानेर विभाग की ओर से आयोजित शाखा एकत्रीकरण कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने भगवद्गीता के श्लोकों के माध्यम से सेविकाओं को नारी शक्ति का स्मरण कराया तथा गणवेश का महत्व बताते हुए कहा कि इसे पहनने से सामाजिक समरसता के भाव का निर्माण होता है। उन्होंने कहा, सभी सेविकाएं सृजन, संस्कार व समाज कार्यों का व्रत लें, हिन्दू धर्म के संरक्षण के लिए हिन्दू संस्कारों को व्यक्तिगत आचरण में लाएं। एक अच्छी नागरिक बनें व लोगों को भी प्रेरित करें, इससे स्वधर्म, स्वराष्ट्र व स्वसंस्कृति का संरक्षण होगा। 

वी शान्ता कुमारी ने लक्ष्मी केलकर उपाख्य मौसी जी के कहे वाक्यों को दोहराते हुए कहा कि एक नारी अपने अन्दर की शक्ति को पहचानने से असामान्य कार्य भी कर सकती है, नारी पूर्णतया सशक्त है, बस उसे अपने अंदर की शक्ति को पहचानने की आवश्यकता है।  

प्रताप नगर स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक महिला महाविद्यालय प्रागंण में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्राचार्या सुबोध बीएड कॉलेज डॉ. इन्दु शर्मा ने कहा, मैं इस समारोह में आकर स्वयं को गौरवान्वित अनुभव कर रही हूं। बेटियां कैसे सुरक्षित रहें, कैसे प्रगति के पथ पर अग्रसर हों, उसके लिए यहां निरन्तर प्रयास चल रहे हैं। मैं आप सभी को अपने हृदय के अन्तःकरण से ढेर सारी शुभकामनाएं देती हूं। आप और हम विकसित राष्ट्र के सपने को साकार करने में इस महायज्ञ में श्रम, सेवा, नेतृत्व और मातृत्व के माध्यम से आहुतियां देने के लिए संकल्पित रहें। जिससे भारत अपने पूर्ण गौरव के साथ पुनः विश्व गुरु के रूप में प्रतिष्ठापित हो पाए। 

सांगानेर विभाग की ओर से आयोजित इस शाखा एकत्रीकरण कार्यक्रम में विभाग कार्यवाहिका गीताजंली पारीक सहित समिति की क्षेत्र एवं प्रांत कार्यकारिणी सदस्य भी उपस्थित रहीं।

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