उदयपुरवाटी: खाली पड़े सरकारी भवनों में बस गए अनजान लोग, दुकानदारों ने की खाली करवाने की मांग

उदयपुरवाटी: खाली पड़े सरकारी भवनों में बस गए अनजान लोग, दुकानदारों ने की खाली करवाने की मांग

उदयपुरवाटी: खाली पड़े सरकारी भवनों में बस गए अनजान लोग, दुकानदारों ने की खाली करवाने की मांगउदयपुरवाटी: खाली पड़े सरकारी भवनों में बस गए अनजान लोग, दुकानदारों ने की खाली करवाने की मांग (सांकेतिक इमेज)

उदयपुरवाटी शहर के पुराने बस स्टैंड पर स्थित पुरानी तहसील और अन्य सरकारी भवन कई वर्षों से खाली पड़े हैं, जो अब अराजकता और गैरकानूनी गतिविधियों का केंद्र बन गए हैं। इन भवनों में बाहरी लोग बस चुके हैं, जो छोटे बच्चों से भीख मंगवाते हैं और चोरी करवाते हैं। इस गतिविधि से आस पास के क्षेत्र के दुकानदारों और स्थानीय निवासियों में भारी आक्रोश है।

स्थानीय दुकानदारों और लोगों ने कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों से की है, परंतु इसका कोई ठोस परिणाम प्राप्त नहीं हुआ। जिसके कारण कोई प्राथमिकी भी कभी दर्ज नहीं हुई है।

परेशान होकर सभी स्थानीय दुकानदारों ने गुरुवार 26 सितंबर को तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में इन अराजक तत्वों से सरकारी भवनों को खाली कराने की मांग की है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि कई बार इन बच्चों को चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है, लेकिन पुलिस नाबालिग होने का कहकर इन्हें छोड़ देती है। शिकायत करने पर ये लोग अधिकारियों के सामने गरीब होने का नाटक करके माफी मांग लेते हैं और फिर से चोरी की घटनाओं को क्षेत्रों में करना शुरू कर देते हैं। ऐसा कई बार हो चुका है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हो चुके हैं।

जानकारी के अनुसार खाली पड़े भवनों में अराजक तत्वों द्वारा रात भर शराब का सेवन किया जाता है और बच्चों से दिन में भीख मंगवा कर रात में चोरी करवाई जाती है। यह इन बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़ है। 

समस्या का विस्तार 

खाली सरकारी भवन केवल रखरखाव की कमी का ही उदाहरण नहीं हैं, बल्कि अब वे शहर में अराजकता और अपराध की जड़ बन गए हैं। दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन की सुस्ती और इन अराजक तत्वों की चालाकियों के कारण समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में वे मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इन भवनों से इन लोगों को बाहर किया जाए, जिससे शहर में कानून व्यवस्था सही हो सके।

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