विश्व हिंदू परिषद ने राजस्थान शासन के निर्णय की प्रशंसा की
जयपुर, 06 जुलाई । विश्व हिंदू परिषद ने वैदिक ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान बोर्ड के पाठ्यक्रम में परमवीर चक्र विजेताओं की जीवनी पढ़ाने के निर्णय पर गहलोत सरकार प्रशंसा की है।
विहिप जयपुर प्रांत की संदीपनी आश्रम में आयोजित एक दिवसीय बैठक के समापन सत्र में वैदिक संस्कृति व संस्कार और सेना के वीर सपूतों के शौर्य पर बोलते हुए विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक व केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य दिनेशचंद्र ने दोनों ही विषयों पर प्रमुखता से कार्य करने के लिए राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले वर्ष आयोजित भामाशाह सम्मान समारोह में कहा था कि राजस्थान की संस्कृति, संस्कार तथा परंपराओं से दान की प्रेरणा मिलती है और भावी पीढ़ी भी इन गौरवशाली परंपराओं को आत्मसात करे, इसके लिए राज्य सरकार वैदिक शिक्षा व संस्कार बोर्ड की स्थापना करेगी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा को साकार करने के लिए अब कवायद की जा रही है। जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में पुरातन वैदिक ज्ञान- विज्ञान को फैलाकर संस्कृति और संस्कार बढ़ाने का प्रयास जारी है।
दिनेश चंद्र ने बताया कि वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड की स्थापना से वेदों में निहित गूढ़ ज्ञान को आम लोगों तक पहुंचाने के साथ ही बोर्ड के माध्यम से विद्यार्थियों को आधुनिक दौर से जोड़कर प्राचीन विद्या को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
प्रांत प्रचार प्रमुख अभिषेक सिंह ने बताया कि बैठक में आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा व गत सम्पन्न कार्यक्रमों की समीक्षा होती है। वर्तमान में सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों पर चर्चा तथा इस दौरान उन सभी निर्णयों की प्रशंसा व निंदा भी होती है जो कि निजी स्वार्थों के चलते राष्ट्रधर्म व हमारी संस्कृति पर कुठाराघात करने वाले होते हैं।