छात्रों की मांगों को लेकर अभाविप का प्रदर्शन
उदयपुर, 09 सितम्बर। अभाविप उदयपुर महानगर द्वारा उदयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर हल्ला बोल प्रदर्शन हुआ, जिसमें राजस्थान प्रदेश में शिक्षा एवं रोजगार की समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
प्रांत सहमंत्री सोहन डांगी ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) द्वारा प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर हल्ला बोल धरना प्रदर्शन किया गया। उदयपुर कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन के दौरान विभाग संगठन मंत्री वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि राजस्थान में वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के साथ अन्याय और उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। गत वर्ष महाविद्यालय की कुछ सुविधाओं का उपयोग न करने के बावजूद भी छात्रों ने शुल्क वहन किया। आज राजस्थान में बढ़ती अपराधिक घटनाएं, बलात्कार, युवाओं के साथ रोजगार के नाम पर जो छल राजस्थान सरकार द्वारा किया जा रहा है, उसी के अंतर्गत आज पूरे राजस्थान में हर जिला मुख्यालय पर परिषद के कार्यकर्ता इस सोयी हुई सरकार को जगाने और उसकी तानाशाही को खत्म करने के लिए एकत्रित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में आए आरएएस के परिणाम में भ्रष्टाचार करते हुए अपनी पुत्रवधू और पुत्रवधू के बहन, भाई को साक्षात्कार में उच्च परिणाम दिलाए थे। उस पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है। राजस्थान में सभी प्रकार के चुनाव हो रहे है, चाहे विधानसभा उपचुनाव हों या जिला परिषद और पंचायत चुनाव, परन्तु महाविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव ही आयोजित करने में कोरोना की गाइडलाइन बाधा है।
महानगर सहमंत्री अभिषेक मेहता ने बताया कि विद्यार्थी परिषद ने छात्र हितों की 11 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन दिया, जिनमें 5 लाख नई भर्तियों, सभी महाविद्यालय में 50 प्रतिशत सीट की वृद्धि करने, आरपीएससी की वर्तमान भर्ती में सीटों की बढ़ोतरी करने, रिक्त पड़े सभी शिक्षकों के पदों को भरने, बेरोजगारी भत्ते आदि की मांग की गई।