संघ की प्रेरणा से हुई किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) की स्थापना
संघ की प्रेरणा से हुई किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) की स्थापना
भारत एक कृषि प्रधान देश है। परंतु कृषक वर्ग को अपने अधिकारों व प्रौद्योगिकी की जानकारी नहीं होने के कारण अपेक्षित लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो पा रही। किसान संगठित हो व सहकार की भावना से काम करे, इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से किसानों का समूह बनाकर “संगठित किसान से समृद्ध किसान” के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सवाईमाधोपुर जिले में 17 फरवरी 2022 को एक किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) का गठन किया गया। संघ का मानना है, जब भारत का किसान समृद्ध होगा तो भारत के प्रत्येक गांव में समृद्धि आना तय है और तभी “मेरा गांव मेरा तीर्थ” का स्वप्न साकार होगा।
यह फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन भगवान अरणेश्वर महादेव की दिव्य भूमि पर स्थित है। इसमें अब तक लगभग 10 गांवों के 308 किसान सदस्य हैं। एफपीओ को वर्तमान में संबंधित विभागों की ओर से खाद, बीज और कीटनाशकों के विक्रय लाइसेंस जारी हो चुके हैं। इस संस्था ने बाजरे की फसल के साथ बीज बिक्री का कार्य प्रारंभ कर दिया है। लगभग 300 बीघा में बाजरा, तिल, उड़द, सोयाबीन आदि की बुवाई की गई है। एफपीओ ने बाजरे के बीज के साथ ही किसानों को दुपहिया वाहन चालक हेतु हेलमेट उपलब्ध करवाए। जैविक खाद और उर्वरक की बिक्री भी की गई। कुछ सब्जी उत्पादक किसानों ने अपने खेतों में जैविक खेती को अपनाकर संतुष्टि प्राप्त की है। एफ़पीओ को किसानों के लिए ड्रिप सिस्टम आदि का पंजीकरण मिल चुका है। किसानों के लिए बीज उत्पादक कार्यक्रम हेतु राज्य बीज निगम से चने का बीज लाकर किसानों को उपलब्ध करवाया है। इस कार्यक्रम से जुड़कर किसान प्रसन्न हैं। इस कार्यक्रम में उपजी फसल बीज निगम को विक्रय करने पर किसानों को एमएसपी तथा सरकार द्वारा तय बोनस राशि भी मिलती है।
एफपीओ ने नेशनल लाइव स्टॉक मिशन में बकरी पालन का एक प्रोजेक्ट सरकार को प्रस्तुत किया है। यह प्रोजेक्ट टोरडा गांव के किसानों के लिए बनाया गया है, जो आने वाले समय में उस गांव के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।वर्तमान में एफपीओ ने राष्ट्रीय बीज निगम की डीलरशिप के लिए आवेदन कर रखा है। शीघ्र ही लाइसेंस मिलने पर किसानों को प्रमाणित उत्तम क्वालिटी का बीज उचित दर पर उपलब्ध हो सकेगा। यूरिया एवम अन्य उर्वरकों की डीलरशिप के लिए भी आवेदन कर दिया है। शीघ्र ही उत्पाद मिल सकेंगे। इससे बाजार में होने वाली कालाबाजारी से किसानों को मुक्ति मिल सकेगी।
इस एफपीओ ने किसानों की उपज खरीद के लिए मंडी लाइसेंस के लिए भी आवेदन किया हुआ है। इस वर्ष की रबी फसल की खरीद भी शीघ्र ही एफपीओ प्रारंभ कर देगा। जिले में अमरूद का व्यवस्थित बाजार हो तथा अमरूद से सामग्री बनाने की इकाई गांव में लगे इसके प्रयास चल रहे हैं। एफपीओ शीघ्र ही महिला स्वावलंबन के लिए कार्य प्रारंभ करने जा रहा है।
श्री केशव गोशाला के साथ मिलकर वर्मी कंपोस्ट व अन्य सामग्री निर्माण कार्य प्रारंभ करने की योजना की प्रारंभिक बातचीत हो चुकी है। “विश्वास किसानों का, साथी किसानों का” इस ध्येय को लेकर भगवतगढ़ ग्राम विकास की प्रेरणा से एफपीओ सदस्यों (डायरेक्टर्स) की टीम इस पुनीत कार्य में लगी है। निदेशकों की टीम को विश्वास है कि यह उपक्रम किसानों के जीवन में आय बढ़ाते हुए सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।