पंचांग 26 नवम्बर 2021
पंचांग 26 नवम्बर 2021
सुविचार
पूर्णे तटाके तृषितः सदैव भूतेऽपि गेहे क्षुधितः स मूढः।कल्पद्रुमे सत्यपि वै दरिद्रः गुर्वादियोगेऽपि हि यः प्रमादी॥
भावार्थ
जो व्यक्ति गुरु मिलने के बाद भी प्रमादी (अज्ञानी) रहे, वह मूर्ख पानी से भरे हुए सरोवर के पास होते हुए भी प्यासा, घर में अनाज होते हुए भी भूखा और कल्पवृक्ष के पास रहते हुए भी दरिद्र है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।