तिथि - विचार धर्म-संस्कृति पंचांग 9 मई 2022 3 years ago Pathey Kan पंचांग 9 मई 2022 सुविचार शरीरस्य गुणानाञ्च दूरमत्यन्तमन्तरम्। शरीरं क्षणविध्वंसि कल्पान्तस्थायिनो गुणाः॥ भावार्थ शरीर और गुण इन दोनों में बहुत अन्तर है, शरीर थोड़े दिनों तक ही रहता है; परन्तु गुण प्रलयकाल तक बने रहते हैं। ।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।। Post Views: 200 Share on Tags: पंचांग 9 मई 2022, सुविचार Continue Reading Previous आद्य शंकराचार्य और उनके मानवीय विचारNext शौर्य की प्रतिमूर्ति – महाराणा प्रताप Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.