पाथेयकण पोर्टल लाइव – बिना अनुमति नहीं जाने देंगे किसी श्रमिक को, बनेगा आयोग – योगी आदित्यनाथ
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जयपुर। उत्तर प्रदेश सरकार अपने यहां लौटे किसी भी श्रमिक को अब बिना अनुमति वापस नहीं जाने देगी। सरकार इनकी सामाजिक सुरक्षा, बीमा और रोजगार की यहीं व्यवस्था करेगी, ताकि भविष्य में इन्हें दर दर की ठोकरें नहीं खानी पड़ें। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक आयोग के गठन का फैसला किया है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दौरान किए गए काम के बारे में “कोरोना संक्रमण काल – सजगता से सफलता“ विषय पर पाथेयकण पोर्टल पर आयोजित एक वेबिनार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 22 लाख प्रवासी श्रमिक वापस लौटे हैं और हम इनकी स्क्रीनिंग के साथ ही स्किल मैपिंग भी करवा रहे हैं। इनमें हर तरह का काम करने वाले लोग हैं। यह सही है कि प्रवासियों के आने से संक्रमण का खतरा बढ़ा है। प्रवासी श्रमिकों की समस्या से पहले प्रदेश के 25 जनपद संक्रमित थे, अभी 73 जनपद संक्रमित हैं, लेकिन श्रमिक पसीना बहाता है, इसलिए रोग से लड़ने से उसकी ताकत भी ज्यादा होती है, इसीलिए यह हमारी बहुत बड़ी ताकत भी है। इनमें हर तरह का काम करने वाले लोग हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम (एमएसएमई) सेक्टर के उद्योगों में अपार सम्भावनाएं हैं। हम इसी क्षेत्र में 25 से 30 लोगों को समायोजित करेंगे। इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है। जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उनका क्वारंटीन समय पूरा होते ही, उनके रोजगार की व्यवस्था की जा रही है। हम उन्हें यहीं इतना काम देंगे कि उन्हें कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बताया कि छोटे उद्योगों के साथ ही बड़े उद्योग भी आ रहे हैं। जर्मनी की एक जूता निर्माता कम्पनी चीन से आगरा आ रही है। यह प्रतिवर्ष तीन लाख जूते बनाएगी। रक्षा एक्सपो में जिन कम्पनियों से बात की गई थी, वे भी अब आने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा रक्षा एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे जो देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होगा, मेरठ से प्रयागराज तक जाएगा, उसका काम भी शुरू हो रहा है।
राम और रोटी दोनों महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए राम और रोटी दोनों महत्वपूर्ण हैं, इसीलिए हमारे यहां कानून का पालन हो रहा है और रोग पर भी नियंत्रण हो रहा है। हमने किसी को मना नहीं किया। कोटा से छात्रों को लेकर आए। हमने किसी को वोट बैंक नहीं बनाया। किसी का तुष्टिकरण नही किया। हमारी संवेदना और सहानुभूति सबके साथ है। हमने यहां पर किसी चीज की कमी नहीं होने दी। यह तभी हुआ है जब राम के प्रति हमारी आस्था है। राम हमारी आस्था हैं और रोटी का प्रबंधन करना सरकार का काम है। जिन लोगों ने राम को भुलाया है, वे न घर के हैं न घाट के हैं। उनकी स्थिति सब देख रहे हैं। प्रवासी श्रमिकों की समस्या के बारे में उन्होंने कहा कि जो लोग गरीबों के पक्ष में नारे लगाते हैं, उन्होंने अपना काम ईमानदारी से किया होता तो यह समस्या नहीं होती। लेकिन वे हमारे लोग थे, इसलिए हम अपनी जिम्मेदारी समझ कर उन्हें लेकर आए। आज 22 लाख लोग उत्तर प्रदेश वापस आए हैं और सभी सुरक्षित अपने घरों पर पहुंचे हैं। अगले एक सप्ताह में सभी लोग जो आना चाहते हैं, वे अपने घरों पर पहुंच जाएंगे और उसके बाद हम आगे की कार्यवाही शुरू करेंगे।
दंगाइयों पर नियंत्रण के बारे में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम भगवान राम के दर्शन पर चलते हैं जो यह कहता है कि सज्जनों के साथ शास्त्र और दुर्जनों के साथ शस्त्र की भाषा में बात करो। हम यही कर रहे हैं। यही कारण है कि इतना बडा और मिश्रित जनसंख्या वाला राज्य होने के बावजूद यहां रोग पर काफी हद तक नियंत्रण है। हम सख्ती नहीं करते, तो यहां स्थिति सम्भालना बहुत मुश्किल होता।
सरकारी कर्मचारियों के भत्ते कम किए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि सिर्फ वे अनावश्यक भत्ते जो राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए लगाए गए थे और खजाने पर भार था, उन्हें ही खत्म किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तप्रदेश में संक्रमण पर नियंत्रण के लिए पूरी सरकार ने एक टीम के रूप में काम किया है। हमने हर विषय को ध्यान में रख कर अधिकारियों की समितियां बनाईं जो रोजगार से लेकर कानून व्यवस्था और सामान की होम डिलीवरी से लेकर वित्त व्यवस्था तक का काम देख रही हैं। हमने अब तक 18 करोड लोगों को पांच बार निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया है। अब छठी बार होगा।
जब रोग शुरू हुआ था तो हमारे पास पीपीई किट मास्क आदि कुछ नहीं था। सेनेटाइजर नहीं था। चीनी मिलों से एल्कोहल से सेनेटाइजर बनवाया। आज हमारे यहां 28 यूनिट हैं जो पीपीई किट बना रही हैं। आज 26 लैब हैं। प्रतिदिन 10 हजार टेस्ट कर रहे हैं। हमारे पास आज अस्पतालों की चेन खड़ी हो गई है। करीब 78 हजार बैड उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थिति तब है जब चार लाख प्रवासी श्रमिक पहले लाॅकडाउन में ही आ गए थे। इससे उबरे ही थे, कि तब्लीगी जमात का संकट सामने आ गया। हर जिले को अलर्ट किया गया। प्रारम्भ में 90 फीसदी मामले इन्हीं से जुड़े हुए थे और इन्हीं से संक्रमण फैला, लेकिन हमने इसे नियंत्रित कर लिया। आगरा और नोएडा में अस्पतालों के कारण फैला था। आज काफी हद तक हम इसे कंट्रोल कर चुके हैं। प्रवासी श्रमिकों से पहले 25 जनपद संक्रमित थे, लेकिन आज 73 जनपद संक्रमित हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं मीडिया की स्वायत्तता का पक्षधर हूं और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में इसकी बडी भूमिका मानता हूं, लेकिन इसकी विश्वसनीयता बनी रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम फेक न्यूज के बारे में सतर्कता बरतते हैं, क्योंकि यह बड़ी घटनाओं का कारण बन सकता है। बहुत सख्ती से लगाम लगाने का काम किया है। सम्बन्धित व्यक्ति को नोटिस दिया जाता है। हम एक अवसर जरूर देते हैं, लेकिन आगे कानूनी कार्रवाई करते हैं।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हम प्रतिदिन 35 से 40 लाख लोगों को मनरेगा में रोजगार दे रहे हैं। बैंकिंग संवाददाता के माध्यम से हर व्यक्ति के पास पैसा पहुंचाया जा रहा है। भारत महिला स्वयंसेवी समूहों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकता है। काशी विश्वनाथ मंदिर के फूलों से चंदौली के एक गांव के 116 परिवारों का काम चल रहा है। वे इन फूलों से इत्र और अगरबत्ती बना रहे हैं।
सेशन के अंत में उन्होंने श्रोताओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर भी दिए।