राष्ट्र सेविका समिति : मातृ शक्ति की समस्याओं के निदान के लिए कराया देशव्यापी सर्वेक्षण

राष्ट्र सेविका समिति : मातृ शक्ति की समस्याओं के निदान के लिए कराया देशव्यापी सर्वेक्षण

राष्ट्र सेविका समिति : मातृ शक्ति की समस्याओं के निदान के लिए कराया देशव्यापी सर्वेक्षण

जयपुर। राष्ट्र सेविका समिति ने कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के चलते समाज की आधी आबादी को हुई परेशानियों को लेकर पूरे देश में एक सर्वेक्षण कराया है। इसमें महिलाओं की समस्याओं की जानकारी ली गई तथा उनके समाधान के उपायों के बारे चर्चा कर निवारण हेतु कार्य किए गए। यह सर्वे 25 जून से 4 जुलाई तक राष्ट्र सेविका समिति के महाविद्यालयीन तरुणी विभाग द्वारा देशभर में किया गया।

समिति की सदस्य ने बताया कि आज कोरोना महामारी के कारण समाज में कई प्रकार की समस्याएं हम सब अनुभव कर रहे हैं। ऐसे में एक सामाजिक संगठन के नाते समाज की परिस्थितियों को जानने और उन्हें दूर करने के लिये प्रत्यक्ष कुछ कार्य योजना बना सके इस उद्देश्य से तरुणी विभाग द्वारा यह सर्वेक्षण किया गया है।

देश के 27 राज्यों के 567 जिलों में समिति की 1220 महाविद्यालयीन तरूणियों द्वारा महिला एवं युवतियों को लक्षित कर किए गए सर्वे में लगभग 17 हजार सर्वेक्षण किए गए। इसमें अधिकांश सर्वे महिलाओं से परोक्ष रूप से मिलकर किया गया, इसके साथ ही दूरभाष के द्वारा भी आत्मीयतापूर्ण संवाद बनाकर जानकारी जुटाई गई। सर्वेक्षण के दौरान महिलाओं से कोरोना के कारण क्या समस्या है?, समाधान व सुझाव क्या हो सकते हैं? इन बिन्दुओं पर जानकारी जुटाकर गूगल फॉर्म भराए गए।

7 प्रकार से सम्पन्न हुए सर्वेक्षण में 5236 युवतियों, 4652 गृहणियों, 3685 नौकरी-पेशा महिलाएं, 1321 ग्रामीण, 1026 सेवा बस्ती, 614 आर्थिक सम्पन्न व 320 वनवासी महिलाओं से संवाद स्थापित किया गया। जयपुर प्रांत सम्पर्क प्रमुख संगीता ने बताया कि प्रांत के 14 जिलों में 35 तरूणी कार्यकर्ताओं ने 301 सर्वेक्षण कर महिलाओं को आ रही समस्याओं के बारे में तथ्य जुटाकर संवाद स्थापित किया है। आगामी दिनों में इन समस्याओं के निदान के लिए अभियान लेकर समाज में कार्य किया जाएगा।

समिति की जयपुर महानगर कार्यवाहिका सरोज ने बताया कि सर्वेक्षण में अनुभव आया है कि युवती और महिलाओं की अनेक प्रकार की समस्याएं सामने आयीं। देशभर की 17 हजार महिलाओं और युवतियों से प्रत्यक्ष (अनौपचारिक) संपर्क स्थापित हुआ। संगठन की अनेक तरूणी कार्यकर्ता सक्रिय हुईं। नई युवतियां सामाजिक कार्यों में जुड़ीं, संवाद कुशलता बढ़ी, समाज की परिस्थितियां देखकर संवेदनशीलता जागृत हुई, प्रत्यक्ष मदद करने व सेवा करने का भाव और अधिक जागृत हुआ। ऐसे में सर्वेक्षण के विश्लेषण उपरांत आगामी दिनों में क्रियान्वयन के लिए संगठन कार्ययोजना बनाएगा।

राष्ट्र सेविका समिति

हिन्डोन की कल्पना ने सर्वे के अनुभव को अच्छा बताते हुए कहा कि हम इसके साथ ही अन्य सामाजिक संस्थाओं, महिला आयोग तथा अन्य विभागों के साथ यह जानकारी साझा करके महिलाओं की समस्याओं के निदान का प्रयास करेंगे।

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