महाराणा प्रताप जयंती पर जोधपुर और चित्तौड़ में भी निकले पथ संचलन
महाराणा प्रताप जयंती पर जोधपुर और चित्तौड़ में भी निकले पथ संचलन
बंशी पर बजती भारतीय शास्त्रीय संगीत की रचना भूप, मीरा, शिवरंजनी, तिलंग आदि व आणक पर थिरकते हाथों में सारिका से बजती भारतीयता से ओत-प्रोत श्रीराम, किरण, उदय और अजय रचना। फिर उस पर नाद सौंदर्य उत्पन्न करता पणव। यह रोमांचकारी उल्लास का दृश्य मन को आनंदित करने वाला रहा। कार्यक्रम था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर प्रांत के संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) का, जहां विद्यार्थी वर्ग के 600 से अधिक तथा व्यवसायी वर्ग के 175 से अधिक शिक्षार्थी स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन का अभ्यास किया गया।
शारदा बाल निकेतन खेल मैदान तथा जैन दादाबाड़ी से प्रारंभ हुई दो अलग–अलग संचलन वाहिनियों ने मरुधर कॉलोनी, दरियाव नर्सरी, त्यागी मार्केट तथा नागौर बीकानेर डीडवाना बाईपास के मुख्यमार्गों पर नागरिकों में उत्साह के साथ साथ देश भक्ति के भावों का संचार किया। वर्ग के पदाधिकारियों के सान्निध्य में हुए इस पथ संचलन में विद्यार्थी वर्ग के स्वयंसेवकों द्वारा 4-4 की पंक्ति में पूर्ण गणवेश के साथ संचलन किया गया। सभी प्रशिक्षणार्थियों की आयु 40 वर्ष से कम थी।
चित्तौड़ प्रांत में भी महाराणा प्रताप जयंती पर निकला संघ का पथ संचलन
चित्तौड़ प्रांत में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रशिक्षण वर्ग चल रहा है। 18 मई 2022 से प्रारंभ हुआ यह वर्ग 8 जून को प्रातः दीक्षान्त समारोह के साथ सम्पन्न होगा। यह समर्पण की भावना ही है जो प्रान्त के 27 जिलों से 339 स्वयंसेवक इस भीषण गर्मी में भी साधनारत हैं। वे प्रातः काल 4 बजे जागरण से लेकर रात्रि 10:00 बजे तक अनेक प्रकार के शारीरिक एवं बौद्धिक कार्यक्रमों में तत्परता एवं उत्साह-पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। वर्ग में एक समय का भोजन चित्तौड़ जिले के प्रत्येक गाँव एवं नगर के परिवारों द्वारा बनकर आ रहा है। वर्ग में प्रतिदिन संघ के प्रान्त क्षेत्र एवं अखिल भारतीय अधिकारियों का मार्गदर्शन शिक्षार्थियों को प्राप्त हो रहा है। इसी क्रम में 01 – 03 जून 2022 तक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने वर्ग में उपस्थित रहकर शिक्षार्थियों का मार्गदर्शन किया।
चित्तौड़ प्रांत के इन वर्ग शिक्षार्थियों ने भी 02 जून 2022 को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जन्म जयंती के अवसर पर घोष की ताल के साथ पथ संचलन निकाला। पथ संचलन प्रशिक्षण स्थल विद्या निकेतन गाँधीनगर से प्रारंभ होकर विशाल अकादमी, त्रिपोलिया चौराहा, मेवाड़ कन्या महाविद्यालय, बीएसएनएल ऑफिस से होते हुए वापस प्रशिक्षण स्थल पहुंचा। मार्ग में समाजजनों ने स्वयंसेवकों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। संचलन समाप्ति के पश्चात वर्ग स्थल पर ही महाराणा प्रताप के प्रेरक जीवन के प्रसंगों का पुण्य स्मरण करते हुए प्रताप जयंती मनाई गई। इस पथ संचलन का उद्देश्य हिन्दू समाज में गौरव, संगठन एवं समरसता का भाव जागृत करना था। संचलन में भाग लेने वाले स्वयंसेवक सीना तानकर, सम्यक के साथ सामने देखते हुए संचलन कर रहे थे। ये सभी शिक्षार्थी अपना शिक्षण पूर्ण करने के पश्चात अपने अपने क्षेत्रों में अपनी शाखाओं के वार्षिक उत्सव एवं विजयादशमी उत्सव में बस्ती के स्वयंसेवकों का संचलन आयोजित करेंगे। यह संचलन इनके लिए अभ्यास संचलन था।