किसानों को लाभकारी मूल्य का कानूनी अधिकार हो : स्वदेशी जागरण मंच
- मंच की दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक दिल्ली में सम्पन्न
- जयपुर प्रांत संयोजक समेत कई दायित्वों में परिवर्तन
जयपुर, 17 दिसम्बर। स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रीय बैठक नई दिल्ली में संघ के सह सरकार्यवाह भागय्याजी व मंच के राष्ट्रीय संयोजक आर सुंदरम के सान्निध्य में सम्पन्न हुई। दो दिवसीय बैठक में खुदरा बाजार में बहुराष्ट्रीय कंपनी के छद्म प्रवेश रोका जाए व किसानों को लाभकारी मूल्य का कानूनी अधिकार हो विषयक दो प्रस्ताव पारित किए गए। पहले प्रस्ताव में बताया है कि एफडीआई नियमों को उपयुक्त तरीके से संशोधित किया जाये, ताकि बहुराष्ट्रीय कंपनियों का प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तरीके से बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रवेश रोका जा सके। वहीं दूसरे प्रस्ताव में किसान आंदोलन के संदर्भ में मंच का मानना है कि नवीन कृषि विधेयकों को लाने में सरकार की नीयत सही है। लेकिन इन नये कानूनों में कमियों और उनसे उत्पन्न संशयों और डर को दूर करने हेतु कुछ संशोधन आवश्यक हैं। किसान उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020 का भाव यह है कि मध्यस्थों से बचाकर किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिले। इस दौरान आयोजित राष्ट्रीय डिजिटल सम्मेलन में राष्ट्रीय सह संयोजक अरुण ओझा, अश्विनी महाजन, राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल ने विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखी। कोरोना गाइडलाइन की पालना में बैठक में विभिन्न स्तरों के 51 कार्यकर्ता अपेक्षित रहे। वहीं मंच के सोशल मीडिया प्लेटफार्म के अधिकृत ट्विटर हैंडल ब्लू टिक मिलने जैसी कई महत्वपूर्ण सूचनाएं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ साझा की गईं।
जयपुर प्रांत में नवीन दायित्वों की घोषणा :
राष्ट्रीय बैठक के अंतिम दिन संगठनात्मक रचना के तहत दायित्व घोषणाएं की गईं। संगठन में जयपुर प्रांत में देवेन्द्र भारद्वाज को प्रांत संयोजक, सुरेन्द्र राठी व सुरेन्द्र नामा को प्रांत सह संयोजक, सुदेश सैनी को क्षेत्र प्रचार प्रमुख, डॉ. गुरेन्द्रनाथ भारद्वाज को प्रांत विचार विभाग प्रमुख व डॉ. शंकरलाल शर्मा को राष्ट्रीय परिषद सदस्य का दायित्व दिया गया है।