मुंबई – IIT कैंपस के पास दो मस्जिदें, लाउड स्पीकर पर अजान, छात्र ही नहीं आम जन भी परेशान
गणेश चतुर्थी पर ‘से नो टु नॉइज पॉल्यूशन’ की सीख देने वाली मुंबई पुलिस को दिन में पांच बार अजान की कानफोड़ू आवाज से आईआईटी (IIT) मुंबई के छात्रों को पढ़ने में ध्यान केंद्रित करने में होने वाली मुश्किलों के चलते की जाने वाली शिकायत महत्वपूर्ण नहीं लगती। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली मुंबई पुलिस इस सम्बंध में छात्र द्वारा की जाने वाली शिकायत का न सिर्फ ट्वीट डिलीट करती है बल्कि कोई कार्यवाही भी नहीं करती। छात्र बरसों से इस समस्या से पीड़ित हैं।
उल्लेखनीय है कि पवई स्थित आईआईटी मुंबई कैंपस के पास 1-1.5 किमी के दायरे में दो मस्जिदें- चाँद शाह वली सुन्नी मस्जिद व सुन्नी जामा मस्जिद हैं। जहॉं तेज आवाज में दिन में पॉंच बार अजान पढ़ी जाती है। वहॉं के छात्र बताते हैं कि इस सम्बंध में पिछले कई वर्षों से शिकायत की जाती रही है। छात्रों ने जब छात्र कल्याण के डीन से शिकायत की तो उन्होंने कहा मामला कॉलेज कैंपस से बाहर का है इसलिए संस्थान के निदेशक या कुलपति ही कुछ कर सकते हैं। ऑप इंडिया के अनुसार, 2018 में एक छात्र ने मुंबई पुलिस को ट्विटर पर टैग कर मामले की शिकायत की थी। मुंबई पुलिस ने उस ट्वीट के जवाब में लोकेशन भेजने को कहा। जब लोकेशन भेजी गई तो पुलिस ने अपना ट्वीट ही डिलीट कर दिया। छात्र का कहना है कि उसको यह अनुमान नहीं था कि पुलिस अपना ट्वीट डिलीट कर देगी, इसीलिए उसने इसका कोई स्क्रीनशॉट नहीं लिया।
अब सवाल उठता है कि “प्रार्थनाएँ हमेशा शांत होती हैं, आपके हृदय में एकदम गहरी” – कहने वाली मुंबई पुलिस क्या अजान के दौरान तेज आवाज में बजने वाले लाउड स्पीकरों पर कोई रोक लगाएगी? तेज आवाज से छात्रों को ही नहीं बीमारों और आम आदमी को भी परेशानी होती है।