अयोध्या में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाएंगे झुंझुनू के मूर्तिकार
- सरयू किनारे बनेगी भगवान राम की 825 फुट ऊंची अष्ट धातु प्रतिमा
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पिलानी के मूर्तिकार मातूराम व नरेश वर्मा करेंगे मूर्ति का निर्माण
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देश विदेश में कई विशालकाय मूर्तियों का कर चुके हैं निर्माण
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सर्वसुविधायुक्त मूर्ति में बनेंगे म्यूजियम, लिफ्ट, होटल
जयपुर, 11 अगस्त। नाथद्वारा में 351 फुट की शिव प्रतिमा व हिमाचल प्रदेश में 151 फुट की हनुमानजी की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार मातूराम वर्मा अयोध्या में सरयू नदी के तट पर बनने वाली भगवान राम की सबसे ऊंची प्रतिमा का निर्माण करेंगे। अष्ट धातु से बनने वाली 825 फुट ऊंची श्रीराम प्रतिमा को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार मातूराम वर्मा झुंझुनू जिले के पिलानी कस्बे के निवासी हैं।
मूर्तिकार मातूराम एवं उनके पुत्र नरेश वर्मा दोनों पिता-पुत्रों ने मूर्तिकला में कौशलता प्राप्त कर पूरे विश्व में अपनी कला का प्रदर्शन किया है। सर्वप्रथम इन्होंने दिल्ली के बिड़ला कानन में 108 फुट उंची शिव प्रतिमा का निर्माण करके पूरे विश्व में मूर्ति कला में अपनी प्रतिभा का डंका बजाया था। इसके अलावा भी कई बड़े महानगरों में सैकड़ों फुट ऊंची प्रतिमाएं बनाई हैं। मातूराम ने विदेशों में भी सैकड़ों फुट ऊंची विशाल प्रतिमाओं का निर्माण करके विदेशी समाज को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया है। अमेरिका, कनाडा, जर्मनी आदि देशों में भी वर्मा द्वारा रचित चित्रकला संग्रहित की जा चुकी है।
अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान श्रीराम की 825 फुट ऊंची अष्ट धातु प्रतिमा का निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन व संस्कृति मंत्रालय ने एमओयू साइन कर लिया है। भव्य मंदिर निर्माण के साथ सर्वसुविधाओं से युक्त बनने वाली इस मूर्ति को देखने के लिए एशिया ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लोग दूर-दूराज से आएंगे। मूर्ति में म्यूजियम, लिफ्ट, होटल आदि बनेंगे। इस कार्य को करने के लिए मातूराम वर्मा की टीम ने तैयारी शुरू कर दी है।
मातूराम वर्मा का मानना है कि मूर्तिकला न तो शौक है न ही व्यवसाय है। यह तो एक साधना और तपस्या है। आज दोनों पिता-पुत्र पूरे विश्व में मूर्ति कला में प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके हैं। पिलानी के युवा मूर्तिकार नरेश वर्मा द्वारा बनाए जाने वाली भगवान श्रीराम की 825 फुट ऊंची अष्ट धातु प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति होगी।
मातूराम वर्मा ने मूर्तिकला में पिलानी के बाहर मॉरिशस, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, अमेरिका, ब्राजील सहित अनेक देशों में मूर्तियों का निर्माण कर उपलब्धि प्राप्त की है। अब उनके पुत्र नरेश वर्मा ने भी जिले का नाम रोशन करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। उन्होंने गुजरात में सरदार पटेल की अद्भुत प्रतिमा बनाने वाली टीम में अपना योगदान दिया था। नरेश वर्मा ने नाथद्वारा में शिव प्रतिमा, हिमाचल प्रदेश में हनुमानजी कि मूर्ति, टोरंटो में हनुमान मूर्ति का निर्माण किया है।