अरावली मोशंस सोसाइटी ने किया फिल्म बंगाल 1947 की स्क्रीनिंग का आयोजन
अरावली मोशंस सोसाइटी ने किया फिल्म बंगाल 1947 की स्क्रीनिंग का आयोजन
जयपुर, 31 मार्च 2024।अरावली मोशंस सोसाइटी द्वारा कल दुर्गापुरा स्थित ‘फर्स्ट सिनेमा’ हॉल में फिल्म बंगाल 1947 की स्क्रीनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। फिल्म में भारत-पाकिस्तान विभाजन की त्रासदी और त्रासदी में हुई अमानवीयता व निर्ममता पर आधारित को प्रदर्शित किया गया है। इस उपयोगी आयोजन का उद्देश्य लोगों को मानवीय मूल्यों को हमेशा अपने हृदय में संजोए रखने और समानता का संदेश देने के साथ-साथ हिन्दू संस्कृति के शाश्वत ममत्व से अवगत करवाना था। फिल्म बंगाल 1947 ने मनुष्यों द्वारा मनुष्यों पर की गई निर्ममता व विध्वंस की याद दिला दी। दर्शकों को प्राणी जगत में विद्यमान मानवता विहीन लोगों की कटु सच्चाई तथा उनकी साम्राज्यवादी अभिवृति और अभियान को जानने के साथ-साथ हिन्दू संस्कृति के शाश्वत ममत्व से अवगत होने का अवसर मिला। फिल्म ने जहां एक ओर त्रासदी व निर्ममता के क्षणों को दिखलाकर सारे दर्शकों से आंसू निकलवाए, वहीं दूसरी ओर सच्चे प्रेम को पाने के लिए व्यवहारिकता से भरे गंभीर सामाजिक संघर्ष के पलों को दिखाकर भावुक कर दिया। साथ ही साथ दर्शक बहकावेपन की वास्तविकता तथा पूर्वाग्रह से भरी सोच के परिणामों से भी अवगत हुए। फिल्म ने अंतिम क्षणों में सभी दर्शकों को एहसास दिलाया कि किसी एक व्यक्ति के एक गलत और व्यक्तिगत निर्णय से कितनी आम जिंदगियां एक पल में निर्ममता से बिखरने को विवश हो जाती हैं और कितनी पंच तत्व में विलीन। इस फिल्म स्क्रीनिंग कार्यक्रम में फिल्म के लेखक व निर्देशक आकाश आदित्य लामा तथा फिल्म के नायक अंकुर अरमम के साथ साथ विश्वविद्यालयों के शिक्षक गण, विद्यार्थी एवम सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित लगभग 200 दर्शक उपस्थित रहे। प्रदर्शन के बाद सभी ने अपना परिचय दिया और फिल्म के सभी पहलुओं पर चर्चा की। फिल्म के निर्देशक व लेखक आकाश आदित्य लामा ने अंत में बताया कि वसुधैव कुटुंबकम का भाव रखने वाली एकमात्र हिन्दू संस्कृति ही ऐसी है जो अपने दोनों हाथों से मानवता का हमेशा स्वागत करती है। फ़िल्म से सभी दर्शकों को दूरगामी सोच व समान व्यवहार रखने तथा हमेशा अपनों के साथ चलने का संदेश मिला।
कार्यक्रम का संचालन अरावली मोशंस सोसाइटी के निदेशक दिवस गौड़ ने किया गया तथा समापन व धन्यवाद ज्ञापन फिल्म आयाम के प्रमुख डॉ. अरुण सिंह ने किया।