समाजकंटकों ने श्रीकृष्ण लीलाओं को शब्द और सुर देने वाले अलीबख्श की प्रतिमा तोड़ी
अलवर जिले के मुंडावर में शनिवार रात्रि अलीबख्श पैनोरमा में लगी राठ के विख्यात ख्याल-गायक व श्रीकृष्ण लीलाओं को शब्द और सुर देने वाले अलीबख्श की प्रतिमा को समाज-कंटकों ने खंडित कर दिया। अलीबख्श 19वीं सदी के ख्यातिनाम गायक थे। उन्होंने अहीरवाटी और मेवाती की मिलीजुली बोली में श्रीकृष्ण लीला की घटनाओं को लिखा और इन्हें संगीत के साथ प्रस्तुत किया। यही उनकी अलीबख्शी ख्याल गायकी कहलाई। अलीबख्श की प्रमुख रचनाओं में पदमावत, निहालदे, चंद्रावल और शिवदान सिंह का सफरनामा प्रसिद्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के शासनकाल में 2 वर्ष पूर्व एक पैनोरमा निर्मित करके ख्याल-गायक अलीबख्श की प्रतिमा स्थापित की गई थी। लेकिन गार्ड की स्थाई नियुक्ति न होने के कारण समाज-कंटक पैनोरमा को क्षतिग्रस्त करने लगे एवं चारदीवारी की जाली व रेलिंग को उखाड़ कर ले गए।
अलीबख्श उत्कृष्ट ख्याल-गायक होने के साथ-साथ भगवान कृष्ण के भी गहरे भक्त थे। इस घटना के कारण ख्याल प्रेमियों, लोक-कलाकारों और क्षेत्रवासियों में गहरा रोष है। श्री अलीबख्श लोक कला मंडल के सदस्यों ने उक्त घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए, आरोपियों के विरुद्ध शीघ्र कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
घटना की सूचना पाते ही स्थानीय प्रशासन सचेत हो गया। क्षेत्र के तहसीलदार और थाना प्रभारी भी देर रात्रि तक नीमराणा से घटनास्थल पर पहुंच गए और उन्होंने स्थिति का आकलन किया। प्रशासन व पुलिस को नागरिकों की मांग के अनुरूप शीघ्र ही दोषियों को गिरफ्तार कर दंडित करते हुए आरोपियों के इरादों का खुलासा करना चाहिए।