बेलगाम सोशल मीडिया, सॉफ्ट पोर्न को मिल रहा है बढ़ावा

बेलगाम सोशल मीडिया, सॉफ्ट पोर्न को मिल रहा है बढ़ावा

सिद्धार्थ शंकर गौतम

बेलगाम सोशल मीडिया, सॉफ्ट पोर्न को मिल रहा है बढ़ावाबेलगाम सोशल मीडिया, सॉफ्ट पोर्न को मिल रहा है बढ़ावा

हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई और इंटरपोल की सहायता से ऐसे गिरोह के नेटवर्क को बेनकाब किया है, जो सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी के फोटोवीडियो देखने के इच्छुक लोगों को अपना शिकार बनाता था। यह अंतर्राष्ट्रीय गिरोह  फोटो-वीडियो दिखाने के बाद अमेरिका के ऐसे लोगों को फोन कर कड़े कानून के जाल में फंसाने का डर दिखाकर मोटी रकम ऐंठता था।

एफबीआई और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पड़ताल में पता चला कि गुजरात का पार्थ नाम का व्यक्ति युगांडा में रहकर कॉल सेंटर चला रहा था। उसका एक साथी स्वयं को उत्तम ढिल्लों नाम का अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट अधिकारी बताकर अमेरिकी नागरिकों को फोन पर गिरफ्तारी का डर दिखाता था। उक्त मामले में वत्सल मेहता, पार्थ और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया है। संयुक्त जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी चाइल्ड पोर्नोग्राफी कानून का डर दिखाकर अब तक 20 मिलियन डॉलर अर्थात लगभग 165 करोड़ रुपए से अधिक की राशि ऐंठ चुके हैं।

आरोपियों की बाकायदा एक रिसर्च टीम भी थी, जो अपने शिकार को उसकी सामाजिक हैसियत के अनुसार फंसाती थी। इंस्टाग्राम इस मामले में खलनायक बनकर उभरा है। हाल ही में वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी मेटा ने 85 प्रतिशत चाइल्ड पोर्नोग्राफी रिपोर्ट नेशनल सेंटर में दर्ज कराई थी, जिनमें लगभग 50 लाख मामले इंस्टाग्राम के ही थे।

अश्लीलता को बढ़ावा

छोटे शहरों से लेकर मुंबई, दिल्ली जैसे महानगरों में लड़कियां सोशल मीडिया के जाल और आधुनिकता से प्रभावित होकर इंस्टाग्राम पर रील्स बनाकर अपने फॉलोअर्स बढ़ा रही हैं। इंस्टाग्राम पर कोई पाककला को बढ़ावा दे रही है तो कोई अपने हुनर को। हालांकि इनका प्रतिशत कम है।अधिसंख्य लड़कियां अर्धनग्न फोटो डालने और नृत्य के नाम पर अश्लील भावभंगिमाओं का प्रदर्शन कर रही हैं। इनके फॉलोअर्स की संख्या लाखों में है। ऐसी कई लड़कियां सॉफ्ट पोर्न इंडस्ट्री का जानामाना चेहरा तक बन चुकी हैं।

टिकटॉक के भारत में प्रतिबंधित होने के बाद इंस्टाग्राम ने रील्स फीचर लॉन्च किया था, जिसके बाद व्यूज और फॉलोअर्स के लिए लोग नंगेपन और फूहड़ता का सहारा ले रहे हैं। जो जितना नंगा है, उसकी लोकप्रियता यहां उतनी ही अधिक है। इंस्टाग्राम का रील्स सेक्शन अश्लील वीडियोज से भरा पड़ा है। सर्वाधिक चिंतनीय बात यह है कि कई वीडियो भारतीय परिवार परंपरा के संबंधों को कलंकित कर रहे हैं। देवरभाभी, चाचाभतीजी, मामीभांजा, ससुरबहू जैसे पवित्र संबंधों और उनकी मर्यादाओं को तारतार किया जा रहा है। अश्लील कहानी के नाम पर इनके बीच अवैध संबंधों को दिखाकर समाज में परिवार और उसकी परंपरा को नष्ट करने का सुनियोजित कुचक्र चल रहा है।

सॉफ्ट पोर्न को बढ़ावा देता सोशल मीडिया

कई वेबसाइट्स और मीडिया संस्थानों ने अपने शोधों में खुलासा किया है कि इंस्टाग्राम, फेसबुक तथा व्हाट्सएप के माध्यम से लड़कियों को वेश्यावृत्ति के दलदल तक में उतारा जा रहा है। इन एप्स के माध्यम से लड़कियां या उनके दलाल ग्राहक ढूंढ़ते हैं। यहीं चैट के माध्यम से सौदा पटता है और यह धंधा फलताफूलता है। भारत की कानूनव्यवस्था यहां बेबस दिखाई देती है क्योंकि इंस्टाग्राम सहित अन्य एप का अल्गोरिदम चैट पढ़ने की अनुमति उन्हें नहीं देता। पुलिस को किसी अप्रिय घटना के बाद ही किसी गिरोह की जानकारी हो पाती है, किन्तु अब यह नेक्सस इतना बड़ा हो चुका है कि महानगरों से निकल कर इसने छोटे शहरों तक पहुंच बना ली है।

इसके अलावा इंस्टाग्राम पर महिलाएं स्वयं अपने अश्लील फोटो और वीडियो भी बेच रही हैं। यह धंधा कितना फैल चुका है, इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि महज 50 रुपए में महिलाएं अपनी 10-20 अश्लील फोटो बेच रही हैं। नग्न वीडियो कॉल्स के ऑफर भी दिए जा रहे हैं। 5 मिनट के वीडियो कॉल के 100 रुपए, वहीं 10 मिनट के वीडियो कॉल के लिए 150 रुपए लिए जा रहे हैं। इस धंधे का पूरा लेनदेन यूपीआई के माध्यम से हो रहा है। एक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, इंस्टाग्राम पर #paytmgirls या #paytmgirl सर्च करने पर 14 हजार से अधिक पोस्ट्स नजर आती हैं, जिनमें से अधिकांश की डीपी अश्लील है। यदि ये हैशटैग्स प्रतिबंधित कर दिए जाएं तो तुरंत नए बना दिया जाते हैं। किंतु यह धंधा मंदा नहीं होता। कोरोनाकाल के बाद तो इसमें उछाल ही आया है।

युवाओं के बीच क्यों लोकप्रिय है इंस्टाग्राम?

भारत में इंस्टाग्राम के 229.6 मिलियन यूजर्स हैं और अमेरिका में इनका आंकड़ा 143.4 मिलियन है, जबकि चीन, रूस और यूएई ने इंस्टाग्राम को अपने यहां प्रतिबंधित किया हुआ है। इसका प्रयोग करने वाले बहुसंख्य वर्ग की आयु 20 से 45 वर्ष के बीच है। युवाओं के बीच इंस्टाग्राम, फेसबुक से अधिक लोकप्रिय हो गया है क्योंकि फेसबुक पर परिवार के बड़े सदस्यों की उपस्थिति ने उनके पलायन का रास्ता बना दिया है, जबकि इंस्टाग्राम पर परिवार के बड़ेबुजुर्गों की उपस्थिति नगण्य है। ऐसे में इंस्टाग्राम पर बिना किसी झिझक के वे अपने कथित हुनर को बेच रहे हैं।

इंस्टाग्राम पर लड़कियों की कामुकता को युवा सराहे जा रहे हैं और युवतियां लड़कों के शारीरिक सौष्ठव के गान गा रही हैं। इंस्टाग्राम के गलत उपयोग से बच्चियां समय से पूर्व परिपक्व होने लगी हैं। दस बारह साल की बच्चियां अभिनय के नाम पर इंस्टाग्राम पर रील्स बनाकर डाल रही हैं, लेकिन बचपन में ही इस पॉपुलरिटी और कमाई के चक्रव्यूह में फंसने से उनकी मासूमियत खो गई है। यहां बच्चों से जुड़ी अश्लीलता खुलेआम परोसी जा रही है।

सरकार का इस ओर उदासीन होना और कड़े आईटी कानून का होना, इंस्टाग्राम को बेलगाम शक्ति दे रहा है। बड़े खिलाड़ियों, फ़िल्मी सितारों, राजनेताओं की उपस्थिति ने इंस्टाग्राम को लोकप्रिय किया और अब रील्स के बदले कमाई होने के चलते कुछ युवतियों ने देह दिखाकर अपने लिए कमाई का माध्यम तो बनाया है, लेकिन साथ में समाज की अन्य लड़कियों के लिए कई मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं।

साभार

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