इजराइल पर हमास के हमले को समर्थन दुर्दांत विचार को समर्थन देने जैसा
इजराइल पर हमास के हमले को समर्थन दुर्दांत विचार को समर्थन देने जैसा
नई दिल्ली। आतंकी संगठन हमास द्वारा इजराइल पर आतंकी हमले की वीभत्सता को पूरे विश्व ने देखा, इस आतंकी हमले में इजराइल के निर्दोष नागरिकों की हत्याओं तथा उसके आतंकियों द्वारा खुले प्रदर्शन से मानवता शर्मशार तथा पीड़ित है। हमास के आतंकी हमले पर कुछेक राजनीतिक दलों तथा समूहों द्वारा चुप्पी बौद्धिक दिवालिएपन का सूचक है, इस तरह का मौन समर्थन आतंकियों तथा उनके समर्थकों को बढ़ावा देने जैसा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कुछेक भारतीय शैक्षणिक परिसरों तथा राजनीतिक समूहों द्वारा इस घटना पर पांथिक उन्माद की मानसिकता के प्रदर्शन का कड़ा विरोध किया। विद्यार्थी परिषद ने कहा कि भारत सरकार की वर्तमान विदेश नीति के अनुरूप ही देश के विभिन्न संगठनों को अपना मत प्रकट करना चाहिए। पांथिक उन्माद व पूर्वाग्रहों से ग्रसित होकर हिंसा की इस चरम स्थिति पर आंख मूंद कर अपना अलग राग अलाप रहे संगठनों को सचेत होने की आवश्यकता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि, “विद्यार्थी परिषद इजराइल में हमास के आतंकी हमले में मृत नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वहॉं स्थिति सामान्य होने की कामना करती है। विश्व को शांति का मार्ग ही समृद्धि के पथ पर अग्रसर कर सकता है। भारत में कुछेक शैक्षणिक परिसरों में इजराइल पर हमास के आतंकी हमले पर एक अलग सुर अलापने की कोशिश हो रही है और यह हमास के दुर्दांत विचार को समर्थन जैसा है। अभाविप भारतीय शैक्षणिक परिसरों में पांथिक उन्मादियों के कृत्य का विरोध करती है। इस तरह की गतिविधियां भारतीय समाज द्वारा बिल्कुल स्वीकार नहीं की जाएंगी।”